टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले को मात्र 3 दिनों के अंदर एक पारी और 141 रनों से अपने नाम करते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। पहले मैच में भारत की तरफ से डेब्यू करने वाले यशस्वी जायसवाल ने 171 रनों की शानदार पारी खेलते हुए अपने करियर का आगाज़ शानदार अंदाज़ में किया। यशस्वी की पारी की बदौलत कप्तान रोहित शर्मा को ज़रूर राहत मिली होगी, लेकिन इस टेस्ट मैच में शुभमन गिल के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम मैनेजमेंट की चिंता में भी ज़रूर इज़ाफा हुआ होगा।
बजी खतरे की घंटी
साल 2023 में अब तक अपने बल्ले से तूफ़ान मचाने वाले शुभमन गिल का टेस्ट प्रारूप में एशिया से बाहर पिछली 6 पारियों में बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने एशिया के बाहर अब तक 7 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें वह सिर्फ 2 अर्धशतक बनाने में ही कामयाब हो पाए हैं। गिल ने अब तक टेस्ट प्रारूप में 2 शतकीय पारियां खेली हैं, जिसमें से एक शतक भारत में जबकि दूसरा शतक बांग्लादेश में आया था।
टेस्ट क्रिकेट में शुभमन गिल को साल 2020-21 में हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में मेलबर्न के मैदान पर भारतीय टीम की तरफ से पदार्पण करने का मौका मिला था। इसके बाद सीरीज़ के दूसरे ही मुकाबले में शुभमन गिल के बल्ले से अर्धशतकीय पारी देखने को मिली थी। वहीं ब्रिस्बेन टेस्ट मैच की अंतिम पारी में उन्होंने 91 रन बनाए थे और इसके बाद से अब तक एशिया के बाहर उनका प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है।
अगर शुभमन गिल की एशिया से बाहर पिछली 6 टेस्ट पारियों पर गौर करें तो उन्होंने बेहद मामूली औसत के साथ रन बनाए हैं, यही कारण है गिल के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरा टेस्ट मुकाबला काफी महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इसके बाद टीम अपनी अगली टेस्ट सीरीज साल के अंत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी।