क्रिकेट की दुनिया में मुकेश कुमार के करियर ने मौजूदा वेस्टइंडीज दौरे के दौरान एक रिमार्केबल मोड़ लिया है, जिससे वह भारत के लिए संभावित रूप से भविष्य का सितारा बन गए हैं। यह दौरा इस प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज के लिए यादगार साबित हुआ क्योंकि उन्होंने भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया। उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन ने न केवल उन्हें पहचान दिलाई है, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की उम्मीदें भी जगाई हैं।
मुकेश की सभी फोर्मेटो में डेब्यू की जर्नी 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से शुरू हुई, जहां उन्होंने पहली बार इंटरनेशनल स्तर पर अपनी गेंदबाजी का जलवा बिखेरा। इसके बाद, उन्होंने वनडे सीरीज के सभी तीन मैचों में खेलने का लाभ उठाया। अब 5 मैचों की टी20 सीरीज के शुरुआती मैच में मुकेश ने अपनी मौजूदगी और पुख्ता कर ली है.
वह एक ही दौरे के दौरान तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले इतिहास में केवल दूसरे भारतीय क्रिकेटर बने। पिछली बार ऐसा कारनामा 2020-21 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान टी नटराजन ने किया था। बिहार के गोपालगंज के रहने वाले मुकेश ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना सफर बंगाल टीम के साथ शुरू किया था।
मुकेश कुमार की गेंदबाजी की ताकत उनकी जबरदस्त स्विंग और गति में निहित है, जो लगातार बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। टेस्ट और वनडे दोनों सीरीज में उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें टीम इंडिया के भविष्य के लिए एक मूलयवान गेंदबाज के रूप में स्थापित किया है।
जैसे-जैसे आगामी एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप पर ध्यान केंद्रित हो रहा है, टी20 सीरीज में मुकेश कुमार का अच्छा प्रदर्शन टीम में एक स्थान के प्रमुख दावेदार के रूप में उनके दावे को और मजबूत कर सकता है। मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और जसप्रित बुमराह जैसे तेज गेंदबाजों के साथ, मुकेश के पास एशिया कप टीम में चौथे तेज गेंदबाज के रूप में अपना दावा पेश करने का बड़ा मौका है।