नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच विशाखापत्तनम में होने वाले दूसरे टेस्ट में क्रिकेट प्रेमियों को कड़ी टक्कर की आशंका है। इस स्थान पर टीम इंडिया के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच करने से एक अनुकूल इतिहास का पता चलता है जो बताता है कि टीम दूसरे टेस्ट में जीत हासिल कर सकती है।
विशाखापत्तनम ने अब तक टीम इंडिया के लिए दो टेस्ट मैचों की मेजबानी की है, जिनमें से दोनों में घरेलू टीम को जीत मिली है। इस मैदान पर पहला टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था, जहां भारत ने 246 रनों से विजयी जीत हासिल की थी। इसके बाद, 2019 में, भारत ने विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका का सामना किया और 203 रन के बड़े अंतर से विजयी हुआ।
आगामी टेस्ट में, भारत की प्लेइंग इलेवन का नेतृत्व रोहित शर्मा कर सकते हैं, जिसमें यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, सरफराज खान, वाशिंगटन सुंदर, विकेटकीपर के रूप में केएस भरत, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रित बुमराह, कुलदीप यादव जैसे संभावित खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं।
पिच की स्थिति महत्वपूर्ण होगी, खासकर जब खेल तीसरे दिन से आगे बढ़ेगा। इस अवधि के दौरान विशाखापत्तनम की पिच गेंदबाजों को मदद करती है, जिससे टॉस जीतने वाली टीम के लिए अनुकूल बल्लेबाजी परिस्थितियों का शुरू में ही फायदा उठाना महत्वपूर्ण हो जाता है।
अगर टीम इंडिया इस मैदान पर अपनी ऐतिहासिक सफलता बरकरार रखती है, तो वह विशाखापत्तनम में लगातार तीसरी टेस्ट जीत हासिल कर लेगी। इस मैदान पर टीम का मजबूत रिकॉर्ड दूसरे टेस्ट के लिए प्रत्याशा को बढ़ाता है, जिससे भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में अपनी पहली जीत हासिल करने का आशावादी दृष्टिकोण बनता है।