रोहित शर्मा से नाराज होने के बाद Ravichandran Ashwin का झलका दर्द तो याद आई एमएस धोनी की कप्तानी। अश्विन ने धोनी की कप्तानी को लेकर दिया ऐसा बयान।
Ashwin WTC Final: भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों 209 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके पीछे की वजह भारतीय टीम की बल्लेबाजी और गलत टीम सिलेक्शन थी। दरअसल अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया था, जिसके चलते टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ को काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर अश्विन भी काफी नाराज थे कि आखिर उन्ही टीम में जगह क्यों नहीं दी गई।
Ashwin On MS Dhoni: रविचंद्रन अश्विन ने धोनी, विराट और रोहित तीनों की ही कप्तानी में खेला है। बता दें कि रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट ने अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया था। जिसको लेकर वह रोहित के साथ बाकी खिलाड़ियों से भी नाराज थे। अश्विन ने इस बात पर एमएस धोनी की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा कि धोनी की कप्तानी की खास बात यह है कि वह किसी भी ICC टूर्नामेंट के मैचों में पूरे 15 खिलाड़ियों को साथ लेकर चलते थे और सभी को बराबर सपोर्ट करते थे। IPL के दौरान भी धोनी अपने टीम के सभी खिलाड़ियों को बराबर का मौका देते हैं। यही कारण है धोनी सबसे सफल कप्तान हैं। अश्विन ने आगे बताया कि उनको धोनी के अंडर खेलते समय किसी भी बात की चिंता नहीं रहती थी। धोनी सबसे बेस्ट कप्तान हैं।
Ashwin and Ms Dhoni Bond: अश्विन ने एक लंबे समय तक धोनी की कप्तानी में खेला था। वह साल 2011 के विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। अश्विन का मानना है कि धोनी कभी भी केवल 15 खिलाड़ी चुनते हैं और वह उन्हीं में से 11 को मौका देते हैं। ऐसे में किसी भी खिलाड़ी को टीम में अपनी जगह को लेकर कोई असुरक्षा नहीं रहती है।