Constable: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा दो दिनों तक आयोजित की गई थी. अभ्यर्थियों ने 17 और 18 फरवरी को लिखित परीक्षा दी। परीक्षा के लिए 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान भी सेंधमारी की कोशिश की गई.
कई स्थानों पर सॉल्वर गैंग और मुन्नाभाईयों का पर्दाफाश हुआ। पेपर लीक की खबर सोशल मीडिया पर भी फैल गई. अनियमितताओं की खबरों के बीच योगी सरकार ने जांच कमेटी गठित कर दी है.
एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में कमेटी पेपर लीक, पेपर प्रिंटिंग में अनियमितता, पेपर देर से पहुंचने और सनी लियोनी के एडमिट कार्ड मामले की जांच करेगी.
यूपी पुलिस में 60,244 कांस्टेबल पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था. परीक्षा सभी 75 जिलों के 2,385 केंद्रों पर दो दिनों तक आयोजित की गई थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के गठन के बाद आवेदकों की यह सबसे बड़ी संख्या थी। परीक्षा देने के लिए दूसरे राज्यों से भी अभ्यर्थी आये थे. लिखित परीक्षा शनिवार और रविवार को दो पालियों में ली गयी.
सभी भर्ती परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के बाद आवेदकों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। नियुक्ति पत्र प्राप्त होने के बाद उम्मीदवारों को यूपी पुलिस बल का हिस्सा माना जाएगा। सफल अभ्यर्थियों को पुलिस बल का हिस्सा बनने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी.
यूपी पुलिस के सिपाहियों को क्या सुविधाएं मिलती हैं?
35 हजार प्रति माह सैलरी
1800 रुपये भोजन भत्ता
2400 रुपये मकान भत्ता
500 रुपये बाइक भत्ता
2 हजार मोबाइल भत्ता
30 दिन का आकस्मिक अवकाश
30 दिन का अर्जित अवकाश
18 माह का चिकित्सा अवकाश
प्रमोशन की भी संभावना है
ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर एक करोड़ रु
ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर परिवार को दी जाने वाली भरपूर सहायता राशि भी अभ्यर्थियों को आकर्षित करती है। उम्मीदवार के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की बड़ी रकम देने का प्रावधान है. भीड़ का कारण: नौकरी की सुरक्षा और खाकी का आकर्षण भी अभ्यर्थियों को आकर्षित करता है।