उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या के मामले में यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है। सरकार की ओर से दाखिल की गई। रिपोर्ट में बताया गया कि घटना की जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई। और वह जांच पड़ताल कर रही इसके लिए उत्तर प्रदेश की सरकार हर तथ्यो पर नजर बनाए हुए है। और 5 सदस्य टीम पर लगातार यूपी सरकार की नजर निष्पक्ष तरीके से जांच चल रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दाखिल की गई रिपोर्ट में बताया गया कि इस घटना की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम बनाई गई मामले में कई गवाहों के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं।
यूपी सरकार ने इसके अलावा अपनी रिपोर्ट में विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले पर भी सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जज जस्टिस बीएस चौहान की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी के लिए दिए सुझाव के अनुपालन की जानकारी भी दी है।
बता दे कि माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद माफिया की बहन आयशा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसमें सुप्रीम कोर्ट के सेवा नियुक्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली कमेटी या एक स्वतंत्र एजेंसी से व्यापक जांच की मांग की थी। अतीक की बहन का कहना था। कि यूपी सरकार की मदद से अवैध गैर न्यायिक हत्यारों का अभियान चल रहा है।
आगे माफिया अतीक अहमद की बहन ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों और अन्य व्यक्तियों की मौत यूपी के शातिर मनमाने और गैरकानूनी अभियान का हिस्सा है। याचिका में आगे कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर इन मुठभेड़ों को सुप्रीम कोर्ट एनएचआरसी ने भी आलोचना की है अतीक की बहन की याचिका में दावा किया गया कि यूपी सरकार उनके परिवार के खिलाफ बदले की भावना से काम कर रही है।
आयशा ने अपने याचिका के जरिए अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की मांग की है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि अतीक और अशरफ की हत्या के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश के आरोप में केस दर्ज कराए जाने की भी मांग की है।
बता दे कि यूपी के प्रयागराज में माफीया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या 15 अप्रैल को तीन शूटरों ने कर दी थी। देर रात 15 अप्रैल को हत्या से पूरे देश में सनसनी फैल गई। बता दें कि 3 शूटरों ने गोली मारकर अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी थी। आरोपियों की पहचान अरुण मौर्य सनी और लवलेश तिवारी के रूप में हुई थी। तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले में शामिल हुए थे। और इसके बाद अतीक और उसके भाई अशरफ को मीडिया के सामने ही गोलियों से भून दिया था। तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। जिसके बाद 18 राउंड गोलियां चली थी।जिसमें से 8 गोली अतीक अशरफ को लगी थी।