नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच आज युद्ध का बारहवां दिन है, हां भीषण नरसंहार देखने को मिल रहा है। दोनों तरफ से हो रही गोलीबारी और बमबारी में अब तक एक हजार लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है। अब युद्ध में दुनियाभर के तमाम देश हस्तक्षेप करने लगे हैं।
इतना ही नहीं फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा महिलाओं को बच्चों को बंधक बनाकर शोषण तक किया जा रहा है। गाजा पट्टी पर सबक सिखाने किए इजरायल ने भी हमास को खत्म करने का संकल्प ले लिया है, जहां सेना हवाई हमले कर आतंकियों को उल्टे पांव भगा रही है।
इस बीच गाजा पट्टी में एक अस्पताल पर हमला किया गया, जिसमें करीब 500 लगों की मौत हो गई। इस युद्ध का अब तक का यह सबसे बड़ा हमला हैं, जहां चीख पुकार मची हुई है। सब अपनों की याद में छाती पीट पीटकर रो रहे हैं।
धमाका इतना भयंकर था कि अस्पताल भर्ती मरीज और तैनात लोगों के परखच्चे तक उड़ गए। वैसे अभी इस हमले की जिम्मेदारी किसी नहीं ली। इजरायल और हमास की तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
फिलिस्तीन के अधिकारियों ने किया बड़ा दावा
गाजा पट्टी स्थित अस्पताल पर हुए तबाही मचाने वाले धमाके के बाद आम लोगों में दहशत पनप गई, जहां एक दूसरे की तलाश में लोगों के आंसू सैलाब में तब्दील हो गए हैं। इस बीच फिलिस्तीन के अधिकारियों ने बताया कि हमला इजरायल की सेने की ओर से मंगलवार शाम 7 बजे किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार अब तक यह सबसे बड़ा हमला है। दूसरी ओर गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से हमले को लेकर बड़ी जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रॉकेट से हमले का बाद अस्पताल में तगड़ा धमाका हुआ। ये लक्ष्य टारगेटेड रॉकेट इजरायली वायु सेना की ओर से छोड़ा गया था।
दूसरी ओर से इजरायल ने इस आरोप से पल्ला झाड़ लिया है। इजरायल सेना के अनुसार, अस्पताल हमले को लेकर हमास आतंकियों को जिम्मेदार बताया गया है। इजरायल सेना के मुताबिक, फिलिस्तीनी संगठन संगठन फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने इजरायल को निशाना बनाने के लिए हमला किया गया था।
रॉकेट मिसफायर होने से अस्पताल के ऊपर जा गिरा। दूसरी ओर फिलिस्तीन जिहाद ने इजरायल के आरोपों को गलत करार दिया है।