नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद हत्याकांड का बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट में इसका खुलासा हुआ है।
बता दें कि चार्जशीट से मिली जानकारी के अनुसार तीनों शूटर 13 अप्रैल को ही अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले थे। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और अशरफ की पेशी के दौरान हत्या करने वाले थे। हालांकि कोर्ट रूम में वकीलों ने भारी भीड़ और सुरक्षा को देखकर शूटरों ने अपना प्लान बदल दिया था।
बता दें कि मीडिया से बातचीत के दौरान खुद को पत्रकार बताने वाले तीन शूटरों ने 15 अप्रैल को अहमद और अशरफ को बहुत करीब से गोली मारकर हत्या कर दी थी। या वारदात तब हुई। जब पुलिस कर्मी दोनों को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के एक हॉस्पिटल ले जा रहे थे।
अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों सूट 3 दिन पहले प्रयागराज में रुके थे और वह हर मूवमेंट की मीडिया कर्मी बनकर नजर रख रहे थे। 15 अप्रैल को मेडिकल कराने के लिए जब अतीक अहमद और अशरफ को लाया जा रहा था। तभी शूटर लॉलेस तिवारी सबसे पहले हॉस्पिटल पहुंचा था 12 मिनट बाद सनी और अरुण अस्पताल पहुंच गए थे।
अतीक अहमद जब जेब से उतरा था तब लवलेश तिवारी मीडिया कर्मी बनकर पास में पहुंचकर वीडियो बना रहा था। वही सनी सिंह और अरुण मौर्य अस्पताल में खड़े अन्य मीडिया कर्मियों से मेलजोल कर रहे थे। गौरतलब है कि घटना के अगले दिन शाहगंज थाने में नॉलेज तिवारी सनी और अरुण के खिलाफ भारतीय दंड संहिता धारा 302 307 और आयुध अधिनियम की धारा 37 2527 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
अतीक का एक बेटा अली नैनी केंद्रीय जेल जबकि दूसरा बेटा उम्र लखनऊ की जेल में बंद उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है। जबकि इसी हत्याकांड में नामजद एक बेटे असद की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो चुकी है।