नई दिल्ली UPI SCAMS: यूपीआई देश का सबसे पसंदीदा पेमेंट सिस्टम हैं। इस डिजिटल लेन-देन सिस्टम से जुड़ें घोटालों में काफी इजाफा हो रहा है। धोखाधड़ी वाली गतिविधियां भी बढ़ रही हैं, ये स्कैम स्पेशली रूप से टेक्नोलॉजी से कम परिचिच लोगों को निशाना बनाकर उनको हजारों से लेकर लाखों रुपये तक की धोखाधड़ी कर रहे हैं।
बहराल में एक महिला ने एक घोटालेबाज की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। उनको एक कॉल आया है, जिसमें उनके पिता के LIC MONEY को उनके गूगल पे खाते में ट्रांसफर करने का दावा किया गया था। कॉल करने वालों ने कहा कि वह दो गूगल पे लेन-देन के माध्यम से 25 हजार रुपये भेजेगे।
इसके बाद उनको 50 हजार रुपये के गलत ट्रांसफर करने का संदेश प्राप्त हुआ, जिससे उनको घोटालों को समझने और इसे लागू ढंग से रोकने के लिए प्रेरित किया गया है।
पेमेंट स्पूफ में कैसे फंस जाते हैं आप
असल इन दिनों काफी फर्जी ऐप आ गए हैं। गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे उनको ऐप उपलब्ध हैं जिनमें आसानी से ट्राजेक्शन सक्सेसफुल का स्क्रीशॉट क्रिएट किया
जा सकता है। इसे पेमेंट स्पूफ कहते हैं। जिसमें स्कैमर्स लोगों को बड़ी ही चलाकी से चमका देते हैं।
इसके बाद हिस्ट्री में क्लोजिंग बैलेंस को मेंटेन रखने के ट्रिक अपनाते हैं, जिससे कि किसी को शक न हो। ये सब करने के बाद ट्राजेक्शन सक्सेसफुल एक पेज बनकर आ जाता है जो कि दिखने में हुबहू असली की तरह ही लगाता है और इसी के चक्कर में बहुत से लोग फंस जाते हैं।
यूपीआई घोटालें से कैसे बचें
खुद को सेफ रखने का सबसे प्रभावी तरीका डिजिटल भुगतान करते समय सावधान रहना है। अपना UPI पिन, पासवर्ज या फिर ओटीपी किसी के साथ में शेयर करने से बचें। लिंक पर क्लिक करने या संदिग्ध वेबसाइटों पर अपने क्रेडेंशियल दर्ज करने से बचें। किसी स्त्रोत से पैसों का अनुरोध स्वीकार न करके सावधानी बरतें।