नई दिल्ली:Permanent education number. आने वाले कुछ महीनो में देश में एक और दस्तावेज लागू हो जाए तो आप चौकिए नहीं क्योंकि सरकार के द्वारा पैन कार्ड की तरह ही एक और शिक्षा जगत में इस्तेमाल करने के लिए दस्तावेज पर काम कर रही है, जिसके बनाए जाने की मसौदा तैयार किया जा रहा है। आपको बता दें की हकीकत में यह दस्तावेज अगर बनाया जाता है तो फर्जी डिग्री का उपयोग कर नौकरी पाने वाले लोगों का फंडा फोड़ हो जाएगा।
अक्सर खबरों में आता रहता है कि देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में लोग फर्जी डिग्री बनवाते हैं। हैरानी की बात ये हैं कि कई लोग इससे नौकरी भी पा लेते हैं। इसी के मद्देनजर ध्यान में रखते हुए। सरकार अब बड़ा कदम उठा उठा रही है। जिसके लिए परमानेंट एजुकेशन नंबर (Permanent education number) को बनाने पर विचार कर रही है।
दरअशल आपको बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय पैन कार्ड के तरह ही देश में पढ़ने वाले छात्रों को परमानेंट एजुकेशन नंबर बनाने के प्लान पर काम कर रहा है। खबरों में बताया जा रहा है कि फिलहाल इन कार्डों का वितरण राजस्थाना राज्य के अलवर सहित 50 जिलों में हो रहा है। जिसे यू-डाइस (यूनिफाइड़ डिस्ट्रिक इनफॉर्मेशन सिस्टम फोर एजुकेशन) के जरिए कार्ड बनाया जा रहा है।
वही मीडिया रिपोर्ट में दावा किया रहा है कि दस्तावेज माध्यम से फर्जी मार्कशीट से नौकरी पर अंकुश लगाने में काफी मदद मिलेगी। जिससे सरकारी योजनाओं में फर्जी तरीके से लाभ लेने की सूचना मिलती है, इस पर भी पाबंदी लग सकेगी। इसमें स्डुडेंट के शिक्षा के साथ-साथ हेल्थ, हाइट, ब्लड ग्रुप व वजन आदि की जानकारी दर्ज की जाएगी। इस कार्ड में केवल एक नम्बर के माध्यम से ही विद्यार्थी की सभी प्रकार की सूचनाएं पोर्टल के माध्यम से देखी जा सकेंगी।
देश में जल्द आएगा अपार कार्ड
तो वही एक दिलचस्प बात ये हैं कि देश में आधार कार्ड के बाद अब स्टूडेंट्स के लिए अपार कार्ड बनाए जा सकता है। हाल के खबरों में इसकी जानकारी सामने आई है। इस कार्ड केवल स्टूडेंट्स के लिए होंगे। सरकार इससे थीम वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी है के तर्ज पर ला रही है। यानी एक देश में एक ही तरह की आईडी जो स्टूडेंट्स के लिए होगी।