नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश के बरेली में कावड़ियों पर पथराव का मामला सामने आया है। बरेली के जोगी नवादा स्थित इलाके में कांवड़ियों पर पथराव हुआ है। जिसके बाद से वहां का माहौल तनावपूर्ण है। जानकारी के मुताबिक बरेली में आज कावड़ियों के दस्ते पर पथराव तब हुआ जब कावड़िए दूसरे समुदाय बाहुल्य क्षेत्र से गुजर रहे थे। जानकारी के मुताबिक इस पथराव में कम से कम 12 लोग गंभीर रूप से घायल हुए ऐसी सूचनाएं मिल रही है। हालांकि पुलिस का दावा है। कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
बताते चलें कि करीब 2000 कांवरियों का जत्था कछला से जल लेने के लिए जा रहा था। तभी शाह नूरी मस्जिद के पास डीजे बजाने को लेकर कुछ विवाद हुआ। जिसके बाद दूसरे समुदाय से जुड़े लोगों ने पथराव कर दिया जिसमें पुलिस कर्मियों को भी पत्थर लगे हैं। वहीं दूसरे समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया कि इससे पहले कावड़ यात्रा इस रास्ते से नहीं गुजरती थी। उन्होंने कावड़ियों के इस रास्ते से जाने का विरोध किया जिसके बाद पथराव की घटना हुई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि बाराद्वारी थाना क्षेत्र के दोपहर करीब 3:00 कावड़ियों का एक जत्था निकल रहा था रास्ते में दूसरे समुदाय के एक धार्मिक स्थल के पास गुजरने के दौरान कुछ फेंकने को लेकर विवाद हुआ और कावड़ियों के कुछ दूर आगे बढ़ने पर कुछ लोगों ने उन पर पत्थर फेंके गए है। पुलिस के मुताबिक इलाके में लगे सीसीटीवी की फुटेज में पाया गया कि पथराव दोनों तरफ से किया गया।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन शुरू होने से पहले ही कांवड़ियों को लेकर बड़ा बयान दिया था उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि अनुपालन कराते हुए कावड़ियों को सुरक्षित जल भरवा कर उनके आवास करो तक वापस छोड़ा छोड़ा जाएगा लेकिन रास्ते में ही एक घटना सामने आ गई जो कि योगी सरकार के निर्देश पर सवाल उठाती है। आखिरकार योगी सरकार के निर्देशों का पालन अधिकारी क्यों नहीं करवा पा रहे है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर दूसरे राज्यों में इसकी सराहना की जाती है। लेकिन जिस तरीके से कांवरियों पर पथराव हुआ है। इसको लेकर अब सवालों के घेरे में उत्तर प्रदेश सरकार आ गई है।