नई दिल्ली- केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है। केंद्रीय मंत्री के रुके कार्यों पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गहलोत सरकार केंद्र के कार्यों में रोड़ा अटका रहे है। दरअसल बाड़मेर में एयरपोर्ट बनाए जाने को लेकर पत्रकार ने सवाल किया तो मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि बाड़मेर के एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार जमीनी ही आवंटित नहीं करा रही है। इसी वजह से एयरपोर्ट का प्रोजेक्ट अटका हुआ है। कैलाश चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र के प्रत्येक काम में रोड़ा अटका ने का काम कर रही है। चाहे सरकार हो या यहां के स्थानीय विधायक केंद्र का कोई भी कार्य हो अरोड़ा अटकने का ही काम करते हैं।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमृत योग भारत स्टेशन योजना के तहत राजस्थान के 508 रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण का वर्चुअल शिलान्यास किया बाड़मेर जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित हुए। शिलान्यास कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी उत्तर पश्चिम रेलवे के एडिशनल डीआरएम समेत भाजपा के नेता और रेलवे के अधिकारियों साथ मौके पर पहुंचे थे। इस मौके पर उपस्थित रहे केंद्रीय मंत्री राज्य कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा है। कि अमृत योजना भारत के तहत देश के रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधाएं बड़े साथी प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रॉनिक सिटी ट्रेन पेयजल वेटिंग हॉल से लगाकर बुनियादी सुविधाएं प्रत्येक पैसेंजर को मिले। इसी को लेकर राजस्थान के 55 और देशभर में अलग-अलग राज्यों में 508 रेलवे स्टेशनों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया है।
आपको बता दें कि देश के मोदी सरकार अमृत योजना के तहत देश के 1000 से अधिक रेलवे स्टेशनों को अत्यधिक बनाने में जुट गई इसमें बाड़मेर जैसलमेर समेत राजस्थान के कुल 508 स्टेशनों को इस योजना में चिन्हित कर कार्य शुरू कर दिया गया है अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प काला कल्प होगा और आने वाले दिनों में राजस्थान के यह 508 रेलवे स्टेशन हाईटेक और यात्रियों के लिए सुविधाओं से लैस होंगे।
अब इसको लेकर गहलोत सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। आखिरकार अब क्या मुद्दा बनाया जाए 2023 में विधानसभा चुनाव है। अब इसके लिए गहलोत सरकार काफी परेशान तो उसने चुनावी मुद्दों को लेकर हुए कर्जा माफ का ऐलान जो किया था। उस पर काम करना शुरू कर दिया है। अब इसी को लेकर अलग-अलग बातें हो रही है