नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी प्रमुख पार्टियों में उठा पाठक वह गर्माहट का दौर शुरू हो चुका है। और टिकट दावेदारी को लेकर नित नए चेहरे सामने आ रहे हैं। इस कड़ी में जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के पुत्र सैनिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष राज्य मंत्री मानवेंद्र सिंह की एंट्री से माहौल में काफी गर्माहट आ गई।
मानवेंद्र सिंह ने जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की तरफ से दावेदारी प्रस्तुत की और मानवेंद्र सिंह ने जैसलमेर विधानसभा से चुनाव लड़ने की जोर-शोर तैयारी शुरू कर दी है।
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और आगामी 5 सितंबर से जैसलमेर विधानसभा में 100 गांवों में अपनी चुनावी यात्रा का ऐलान किया है करीब 7 दिन तक चलने वाली चुनावी यात्रा में वह गांव-गांव जाकर जनसंपर्क करेंगे।
भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह ने 2018 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। कांग्रेस ने उन्हें उसे समय झालरापाटन से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सामने उतरा था। जिसमें मांडवेंद्र सिंह की हार हुई थी। वर्तमान में कांग्रेस नेता मानवेंद्र सिंह ने इस बार जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। इन्होंने इसके लिए दावेदारी भी की है।
मानवेंद्र सिंह ने एक प्रेस नोट जारी करके जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र से 5 सितंबर से अपनी चुनावी यात्रा निकालने का ऐलान किया है। सिंह के नजदीकी सूत्र बताते हैं कि उन्हें कांग्रेस की तरफ से जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने के संकेत मिलने के साथी उन्हें चुनाव लड़ने की तैयारी को कहा गया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है। कि मानवेंद्र सिंह की एंट्री से कांग्रेस के टिकट दावेदारी को लेकर काफी घमासान बचा हुआ है। कांग्रेस की नेत्री सुनीता भाटी भी टिकट लेने के लिए दावेदारी कर रही सूत्रों का यह मानना है। कि जैसलमेर विधानसभा में मानवेंद्र सिंह को टिकट देने से रुपाराम को पार्टी किसी अन्य सीट पर चुनाव लाडवा सकती है।