नई दिल्ली: सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य काफी दिनों से रामचरित मानस पर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं, जो इसे बैन तक करने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर अब एक फिर सनातन धर्म को आहत करने क लिए तमिलनाडु से आवाज उठी है। यह आवाज किसी आम आदमी ने नहीं उठाई बल्कि एक सियासी घराने के नेता ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर एक चौंकाने वाला बयान दिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनका खूब विरोध हो रहा है। चौतरफा घिरते देख उदयनिधि स्टालिन ने सफाई जरूर दी, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट वायरल हो रही है।
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उदयनिधि स्टालिन ने दिया बड़ा बयान
तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना एक डेंगू से की है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर वार शुरू हो गया है। उदयनिधि ने कहा कि सनातन का विरोध ही नहीं, बल्कि, इसे समाप्त कर देना चाहिए। एक एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना जरूरी है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि हमें इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है। उदयनिधि ने कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।
बीजेपी ने कसा तंज
उदयनिधि के बयान के बाद BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि उदयनिधि स्टालिन ने देश की 80 प्रतिशत आबादी के नरसंहार का आह्वान किया है। वहीं, अमित मालवीय ने कहा,’तमिलनाडु CM बेटे और उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है, जिसे खत्म किया जाना चाहिए। संक्षेप में वह सनातन धर्म का पालन करने वाली भारत की 80 फीसदी आबादी के नरसंहार के लिए आह्वान कर रहे हैं।
उदयनिधि ने दी सफाई
चौतरफा सोशल मीडिया पर घिरते देख उदयनिधि ने सफाई दी। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि सनातन धर्म को मानने वाले अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया है। हालांकि, उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं। दोबारा जोर देकर कहा, मैं हाशिये पर पड़े समुदायों की ओर से से बोल रहा हूं, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं।