नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सियासत के बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी ने लिस्ट जारी की उसके बाद अब आरएलपी ने अपने 10 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई है। जिसमें हनुमान बेनीवाल का नाम शामिल है जो की आरएलपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है उन्होंने खुद अपने आप को प्रत्याशी विधानसभा का बनाया है। आइए हम आपको बताते हैं कहां से चुनाव मैदान में हनुमान बेनीवाल उतरने वाले है। और किस तरीके से प्रत्याशियों का चुनाव किया गया है।
जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच राजस्थान में कड़ी टक्कर देखी जा रही इन सबके बीच बहुजन समाज पार्टी की तरफ से लिस्ट जारी की गई उसके बाद अब आरएलपी ने अपने 10 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी जिसमें हनुमान बेनीवाल ने सरदार शहर के लालचंद मुंड विधानसभा सीट से खुद को टिकट दिया वही कोलायत और रेवत राम पवार को चुनावी मैदान में उतारा है।
हम आपको बता दे की हनुमान बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के फार्मूले पर काम करना शुरू किया जैसे कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों को विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर वैसे ही हनुमान बेनीवाल जो की आरएलपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और एक नागौर जिले से सांसद है। उन्होंने खुद अपने आप को विधानसभा का प्रत्याशी बनाया और खुद मैदान में खीवसर से चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी करते हुए जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की चुनाव समिति की बैठक संपन्न हो गई अब इसके बाद होने वाले तो 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी पूरी तरीके से तैयार है। उन्होंने आगे लिखा कि यह उम्मीदवारों के पहली सूची संगठन के सभी पदाधिकारी की सहमति से प्रदान की गई। मैं सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं और जीतने के लिए बहुत-बहुत देता हूँ।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने राजस्थान से आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद को खीवसर से विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। और पूरी ताकत से चुनाव लड़ने का दावा किया जा रहा है। वही आपको यह भी बता दे कि भारतीय जनता पार्टी ने जो संसद और केंद्रीय मंत्रियों को उतार कर जीतने का फार्मूला अपनाया है। उसे लेकर अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी उसकी कॉपी करती हुई नजर आ रही है। अब देखने वाली बात होगी। किस तरीके से यहां पर विधानसभा चुनाव होता है और किसको यहां से फतेह मिलती है।