नई दिल्ली– राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। राजस्थान मध्य प्रदेश तेलंगाना मिजोरम समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जिसको लेकर लगातार भारतीय जनता पार्टी चुनाव मैदान में और पूरी तरीके से जीत का दावा करती हुई नजर आ रही है। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस की पूरी ताकत से चुनाव मैदान में नजर आ रही है।
किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार करने जा रही बड़ा एलान, जानिए क्या
पिछले कई महीनो से लगातार राजस्थान की राजनीति गर्म है। इसकी वजह यह बताई जा रही है। क्योंकि यहां पर कांग्रेस की सरकार है कांग्रेस की सरकार होने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब यहां पर पूरी दमखम के साथ चुनावी मैदान में है। और एक बार फिर 2018 वाला रुख अपनाने में लगी हुई है। वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं हर तरीके से भारतीय जनता पार्टी की जनसभाओं को टक्कर दे रही है। एक के बाद एक राष्ट्रीय नेता राजस्थान पहुंचकर जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
अब सवाल है कि क्या भारतीय जनता पार्टी राजस्थान को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बिना जीत सकती है इस पर लगातार सवाल उठ रहे थे। क्योंकि जिस तरीके से वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी के स्वभाव और कार्यक्रमों से दूर नजर आ रही है उसे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी से वसुंधरा राजे काफी नाराज है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक करने के बाद अब वसुंधरा राजे खुश नजर आ रही है। लेकिन यह सवाल बनता है। कि क्या वसुंधरा राजे के बिना भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में फतेह हासिल कर सकती है।
जयपुर में भीड़ ने पीट-पीट कर युवक को मार डाला, गहलोत सरकार ने किया ये बड़ा एलान
राजस्थान में यह चर्चा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का साथ छोड़ दे या फिर वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ दे तो राजस्थान में भाजपा की सरकार बांदा चुनाव जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। इस पूरे मामले पर राजस्थान के एक वरिष्ठ पत्रकार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सियासत करीब से देखने वाली चीज है। अगर वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ देगी तो काफी दिक्कतों का सामना आ जाएगा। और तगड़ा मुकाबला होगा हो सकता है भारतीय जनता पार्टी जीत न पाए।