नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव करीब आते सभी पार्टियां अपनी सियासी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है। इसी बीच आम आदमी पार्टी राजस्थान में अपनी जमीन तलाश रही है। यानी की चुनावी हथकंडे अपनाना शुरू कर चुकी है। यहां पर कांग्रेस की सरकार है और पुरानी रीति है कि एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा ही यहां से सरकार बनती हुई आई है। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने जो बयान दिया उसको लेकर अब एक अलग ही चर्चा हो रही है। आम आदमी पार्टी ने कल विधानसभा चुनाव के पहले अपना गारंटी कार्ड पेश कर दिया है।
बता दे कि आम आदमी पार्टी ने राजस्थान के जयपुर में टाउन हॉल कार्यक्रम के दौरान अपने गारंटी कार्ड को पेश किया है। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री सीएम भगवंत मान के साथ पार्टी के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे है।
बता दे की गारंटी कार्ड पेश करने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिना नाम लिए बिजली की समस्या को लेकर गहलोत सरकार को आधे हाथों लिया है।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम राजस्थान को 6 गारंटी देंगे। यह गारंटी दिल्ली और पंजाब में पूरी करके आया हूं। वहां रह रहे आपके रिश्तेदार और अपने करीबियों से बात कर पूछ सकते है। अगर एक भी आदमी कह दे कि दिल्ली और पंजाब में काम नहीं हो रहा है। तो वोट मत दीजिएगा।
उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस सरकार को घेरते हुए वहां पर मौजूद कार्यकर्ताओं से पूछा बिजली आती है या नहीं इस पर कार्यकर्ताओं ने जवाब देते हुए कहा कि नहीं आती है इसके बाद केजरीवाल ने कहा मुझे पता चला है कि 7 8 घंटे पावर कट रहता है यहां बिजली तो आती ही नहीं बस बिल आते है। पहले दिल्ली में भी यही हाल था। और ऐसा ही हुआ करता था। वहीं पंजाब में डेढ़ साल में 24 घंटे बिजली आने लगी है एक मौका राजस्थान वालों दे दो यहां 24 घंटे बिजली आएगी साथ ही मुक्त बिजली आएगी। हम 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे।
यही नहीं उन्होंने कहा कि बहुत लोग ऐसे होंगे जिनमें बिजली बिल बहुत गलत आ रहे होंगे। फिर चक्कर काटने पड़ रहे होंगे। बिजली बिल ठीक करवाने जाना पड़ रहा होगा। वही अधिकारी भी कहते हैं कि 5 हजार रुपए दो। दिल्ली में जब हमारी सरकार बनी तो लोगों के पुराने बिल माफ कर दिए गए थे। पंजाब में 16 मार्च सरकार बनी तो 31 दिसंबर तक के बिल माफ कर दिए गए थे। राजस्थान में भी पिछले महीने तक जितने बिल आ रखे हैं। सभी माफ कर देंगे।