नई दिल्ली- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को अडानी ग्रुप के मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा विदेशी न्यूज़ पेपर की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि दो बड़े अंतरराष्ट्रीय अखबार गंभीर सवाल खड़े किए है। इन अखबारों का असर भारत की छवि और निवेश पर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का एक करीबी ने विलियन डॉलर का इस्तेमाल शेयर करने के लिए किया इसकी जांच होनी चाहिए।
OCCRP अडानी समूह पर आरोप लगाया कि उसके प्रवर्तन परिवार के साझेदारों से जुड़ी विदेशी इकाइयों के जरिए समूह के शेरों पर करोड़ों डॉलर का निवेश किया गया। अडानी ग्रुप ने इन सभी आरोपो को खारिज किया है।
अडानी समूह ने एक बयान में ऑक्सी आरपी की रिपोर्ट को बेवकूफ हिंडनवर्ग रिपोर्ट को पुनर्जीवित करने के लिए विदेशी मीडिया के एक वर्ग के समर्थित सोर्स की पोषित हितों का एक प्रयास करार दिया है।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बयान में कहा गया। और यह दावा किया गया। कि एक दशक पहले बंद हो चुके मामलों पर आधारित है। जब राजस्व खुफिया नेशनल करी ने अधिक चालान विदेश में धन हस्तांतरण संबंधित पक्ष लेनदेन और एफसीआई के जरिए निवेश के आरोपी की जांच की थी। यह स्वतंत्रता निर्णायक प्राधिकारी है और एक अपील न्यायाधिकरण दोनों द्वारा इस पुष्टि की गई थी की कोई अधिक मूल्यवान नहीं था। और लेनदेन लागू कानून के तहत था।