नई दिल्ली- मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर शुरू हुआ विवाद अब मनाने पर आ पहुंचा है। क्योंकि 28 दल मिलकर एक गठबंधन बना है और उसका नाम इंडिया और इंडिया के सहयोगी ही अखिलेश यादव और मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तकरार देखने को मिली थी इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अखिलेश यादव की तारीफ की क्या कुछ कहा है हम आपको बताते हैं।
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से सीटों के बंटवारे में दिए गए बयानों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बयान दिया है। 28 दिन मिलकर गठबंधन बना और इस गठबंधन से जुड़े कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच टकराव शुरू हुआ इस बीच समाजवादी पार्टी की तरफ से 33 उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश में चुनावी मैदान में उतार दिया गया। और अखिलेश यादव लगातार समाजवादी पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील करने के लिए मध्य प्रदेश पहुंच रहे हैं। और अलग-अलग जिलों में जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने एक कार्यक्रम में पहुंचे जहां पर उन्होंने अखिलेश यादव को मनाने जैसे शब्दों को लेकर उनकी तारीफ कर डालें उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने जो बयान दिया पता नहीं कैसे कह दिया किसी को भी किसी के बारे में कुछ बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने और आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर टीम भेजी गई थी उसे टीम के साथ में बैठक हुई और बैठक में अलग-अलग तरीके की सिम निकलकर सामने आई जिसे बात यह निकलकर सामने आई थी कि समाजवादी पार्टी की तरफ से चार सीटें मांगी जा रही थी। वही कमलनाथ की तरफ से जो रिपोर्ट भेजी गई। उसमें समाजवादी पार्टी को चार सिम देने की बात कही गई थी इसी बात को लेकर विवाद उठा था लेकिन अब सारी चीज स्पष्ट हो चुकी है। और किसी तरीके के कोई भी नाराजगी नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने की बात को लेकर यह गठबंधन बनाया गया था लेकिन राज्यों में मुद्दे अलग है इसलिए सभी पार्टियों अलग-अलग तरीके से यहां पर चुनाव लड़ रही है।
यही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कमलनाथ के बयान पर काफी आकर्षित होते थे उन्होंने कहा कि दोनों दालों के बीच रिश्तों को अलग मोड पर रखा गया।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव एक ईमानदार नेता एक ईमानदार व्यक्ति वह पढ़े लिखे हैं। और उन्हें कैसे काम करना है और कैसे पार्टी को परिवार की तरह संभाल कर रखना है वह उन्हें बहुत अच्छी तरीके से आता है। वह पूरी ईमानदारी के साथ किसी बातचीत को बिगड़ता नहीं चाहते हैं यही नहीं उन्होंने कहा कि दोनों दलों में बातचीत हो गई है। गठबंधन में नोकझोंक हमेशा होती आई है और होती रहेगी बातचीत बन गई है अब कोई दिक्कत नहीं है।