नई दिल्लीः अगली साल शुरू में ही लोकसभा का चुनाव होना है, जिसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अभी से खाका तैयार कर रही हैं। जोड़ तोड़ और नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है, जिसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं। केंद्र में बीजेपी को घेरने के लिए महागठबंध भी अपनी दौर की बैठक कर चुका है, जिसमें जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के नेता शामिल हुए।
महागठबंधन का नाम इंडिया रखा गया है, जिसका उद्देश्य बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना होगा। दूसरी ओर बीजपी ने भी अपना कुनबा यानि एनडीए को मजबूत करने के लिए मंगलवार को बैठक बुलाई जिसमें 38 दलों के शामिल होने का दावा किया गया। क्या आप जानते हैं कुछ राजनीतिक पार्टियां ऐसी हैं, जो एनडीए और इंडिया गठबंधन में किसी से भी शामिल नहीं है।
इसमें सबसे ऊपर नाम बसपा का आता है। बसपा सुप्रीमो मायावाती या फिर उनका कोई प्रतिनिधि किसी के भी गठबंधन बैठक में नहीं पहुंचा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या मायावती इस बार लोकसभा चुनाव अकेली लडेंगी। इतना ही नहीं पूर्व सीएम मायावती ने दोनों गठबंधनों के ऊपर निशाना साझा है।
बसपा चीफ ने कही बड़ी बात
एनडीए और इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद बसपा सुप्रीमो व यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने बड़ा बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने दोनों गठबंधनों से दूरी बनाए रखने की बात कही है। बसपा चीफ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टी के साथ गठबंधन करके फिर से सत्ता में आने की सोच रख रही है।
इसके साथ ही NDA फिर से सत्ता में आने का दावा ठोक रही है लेकिन इनकी कार्यशैली यही बताती है कि इनकी नीति और सोच लगभग एक जैसी ही रही है। BSP ने इनसे दूरी बनाई है। बसपा प्रमुख ने कहा, हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में अपने दम पर लड़ने का काम करेंगे।