नई दिल्ली: ज्ञानवापी मामले में जेल भरो आंदोलन की जिद्द पर अड़े इत्तेहाद ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खान अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस ने मुस्लिम नेता को ‘जेल भरो’ के लिए हिरासत में लिया। ज्ञानवापी मामले पर रोक लगाएं। पुलिस ने बताया कि शहामत गंज इलाके में स्थिति हिंसक हो गई, जहां पथराव किया गया, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और मामला दर्ज करेगी। मौलवी तौकीर रजा खान ने अपने अनुयायियों से ज्ञानवापी मामले पर अपने ‘जेल भरो’ आंदोलन के हिस्से के रूप में वीरवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने में शामिल होने का आग्रह किया था।
मौलवी ने हल्दवानी हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और अन्य के खिलाफ भी भड़काऊ बयान दिए। उन्होंने कहा, ‘धामी पागल हो गए हैं. अगर आप हमारे घरों पर बुलडोजर चलाएंगे तो हम अपनी सुरक्षा खुद कर लेंगे। हमारे पास कानूनी अधिकार है, अगर तुम हम पर हमला करोगे तो हम तुम्हें मार डालेंगे। यह हमारा कानूनी अधिकार है। अब हम किसी भी बुलडोजर को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मौलवी ने हलद्वानी हिंसा के लिए पुलिस, प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने का काम किया है। मौलाना ने हलद्वानी में हुई हिंसा के लिए पुलिस और प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया। तौकीर ने कहा कि मदरसा-मस्जिद में कोई अपराध नहीं हुआ। ऐसे में मामला कोर्ट में जाना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय उन्हें ध्वस्त कर दिया गया। अब मुसलमान बुलडोजर नहीं चलने देंगे।
मौलवी ने सुप्रीम कोर्ट पर साधा बड़ा निशाना
मौलाना रजा ने सुप्रीम कोर्ट पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘हमारी समस्या इससे भी ज्यादा है कि सुप्रीम कोर्ट देश में फैली बीमारियों पर संज्ञान नहीं ले रहा है। बुलडोजर की कार्रवाई होती है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की जिम्मेदारी है कि अगर किसी ने अपराध किया है तो उसे गिरफ्तार किया जाए, लेकिन अगर उसकी बिल्डिंग में कोई अपराध नहीं हुआ है तो उसे गिराया न जाए।