नई दिल्ली। दिल्ली – मुंबई-गुजरात जैसे शहरों में नवरात्रि का पर्व बड़े ही शानदार तरीके से मनाया जाता है। इन शहरों में माता रानी के बड़े-बड़े खूबसूरत पंडाल भी देखने को मिलता है। हर गली मोहल्लों में गरबा और डांडिया का नाइट देखने को मिलता है।
गरबा नाइट के दौरान जीतने वाले को इनाम भी दिया जाता है। इसी बीच एक दिल को दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। गुजरात के पोरबंदर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है।
एक 40 वर्षीय शख्स सरमन ओडेदरा को एक ‘गरबा’ समारोह के आयोजकों ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। यह दर्दनाक घटना ओडेदरा के आयोजकों के साथ हुए विवाद के बाद सामने आई।
यह विवाद तब छिड़ा जब उनकी 11 वर्षीय बेटी ने शिकायत कर दी कि दो प्रतियोगिताएं जीतने के बावजूद भी उसे केवल ही पुरस्कार दिया गया। इसके बाद ये झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि विजेता के पिता को जान से ही मार डाला।
पुलिस उपाधीक्षक रुतु राबा ने कहा कि पीड़ित सरमन ओडेदरा पर मंगलवार देर रात करीब 2 बजे पोरबंदर में कृष्णा पार्क सोसाइटी के पास सात लोगों ने कथित तौर पर लाठियों से हमला कर दिया। केवल मारा ही नहीं बल्कि पीट-पीट कर हत्या कर दी।
रुतु राबा ने कहा – ओडेदरा की हत्या में शामिल सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच पड़ताल जारी है। आरोपियों में राजा कुचड़िया, राजू केशवाला, रामदे बोखिरिया, प्रतीक गोरानिया और उनके तीन साथी शामिल हैं।
एफआईआर के अनुसार, इन आरोपियों ने कृष्णा पार्क से सटे एक स्कूल के पास, जहां ओडेदरा परिवार रहता है, नवरात्रि के अवसर पर एक पारंपरिक नृत्य, गरबा से संबंधित एक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
पोरबंदर, ओडेदरा की पत्नी मालिबेन ने बताया कि वह सोमवार रात आयोजकों से भिड़ने गई जब उनकी 11 वर्षीय बेटी गरबा खेलकर घर आई और उसने शिकायत कर दी की उन्हें सिर्फ एक ही प्राइज दिया गया है। जबकि, बेटी ने दो अलग-अलग प्रतियोगिताएं जीती थीं, मगर उसे केवल एक ही पुरस्कार दिया गया था।
जब मालीबेन अपनी बेटी की शिकायत लेकर आयोजकों के पास गईं, तो केशवाला ने स्पष्ट रूप से उन्हें निर्णय स्वीकार करने के लिए कहा। एफआईआर में कहा गया है कि पुरस्कार ले लो या छोड़ दो।
जल्द ही, कुचाड़िया और बोखिरिया भी मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर मालिबेन के साथ बहस करने लगे। उन्होंने मौके से नहीं हटने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
एफआईआर के अनुसार, कुचड़िया और केशवाला की पत्नियों ने भी मालीबेन को मौखिक रूप से गाली दी और उसे जगह छोड़ने के लिए कहा। इसके बाद मालिबेन और उनकी बेटी रात करीब 1 बजे घर वापस चली गईं।
एफआईआर के मुताबिक, घर वापस आने के एक घंटे के बाद, जब मालिबेन और उनके पति अपने घर के बाहर बैठे थे, तभी चार मुख्य आरोपी और उनके तीन साथी मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचे और ओडेदरा को लाठियों और लकड़ी से पीटना शुरू कर दिया।
अपने पति को बचाने के दौरान मालिबेन को भी काफी चोटें आ गई। इसके बाद आरोपी ओडेदरा को अपनी बाइक पर गरबा स्थल पर ले गए और जब तक पुलिस वहां नहीं पहुंची तब तक जमकर पिटाई की। एफआईआर में कहा गया है कि ओडेदरा को पुलिस अपने वाहन में अस्पताल ले गई, लेकिन उसकी मौत हो गई।