नई दिल्लीः भारत की अंतरिक्ष संस्था इसरो ने चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की सफल लैंडिग कर जो मिसाल बनाई वो हर किसी के लिए नजीर बन गई। भारत चांद पर पहुंचने वाला तीसरा और दक्षिण ध्रुव को चूमने वाला दुनिया का पहला देश भी बना गया है। इसरो के अनुसार चंद्रयान 2 मिशन भारत का पूरी तरह से सफल रहा है। अब मिशन पूरी तरह से सफल हो चुका है।
विक्रम लैंडर और रोवर ने लगातार 14 काम कर जो तस्वीरें भेजी उससे कई बड़े शोध हुए। अब लैंडर और रोवर पूरी तरह से नींद में सो रहे हैं। अगर हमारा चंद्रयान 3 नींद से उठता है तो अच्छी बात नहीं तो कोई नहीं। इसकी वजह कि हमारा जो मिशन था वो पूरा हो गया है। इसरो प्रमुख डॉक्टर एस सोमनाथ ने इस बीच बड़ी बात कही है, जिसे जानना जरूर ीहै।
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इसरो चीफ ने कही बड़ी बात
इसरो के प्रमुख डॉक्टर एस सोमनाथ ने प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंन केहा कि विक्रम को जो काम दिया गया था, अब वो पूरा कर चुका है। अगर अब वो नींद से बाहर नहीं भी आते हैं, तो उससे कोई परेशानी नहीं होने वाली है। इसके साथ ही चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह से सफल रहा। इसके साथ ही अगर रोवर और लैंडर के सर्किट नुकसान नहीं हुए होंगे, तो प्रज्ञान और विक्रम वापस जाग जाएंगे। इसके साथ ही सक्रिय भी हो सकते हैं।
वहीं, शिव शक्ति प्वाइंट पर तापमान माइनस 200 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया था। वैसे जब तक सूरज और चांद रहेंगे, तब तक चंद्रयान-3 चंद्रमा पर मौजूद रहेगा। आगे कहा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से संपर्क मिलाने के सारे प्रयास जारी रहेंगे। अगली रात होने से पहले प्रयास चलता रहेगा। अभी वहां से किसी भी तरह का कोई संदेश नहीं आ पा रहा है।इसका मतलब उनके पास सिग्नल को समझने की समझ अब बाकी नहीं रह गया है। सोमनाथ ने इसरो के अगले मिशन के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि XPoSat, INSAT-3DS एक्सपोसैट यानी एक्स-रे पोलैरीमीटर सैटेलाइट की लॉन्चिंग नवंबर या दिसंबर में होनी संभव मानी जा रही है। यह देश का पहला पोलैरीमीटर सैटेलाइट होगा। यह अंतरिक्ष में एक्स-रे सोर्सेस का अध्ययन करने का काम करेगा। इसके साथ ही यह लॉन्च के लिए वह तैयार है। इसके साथ ही तारीख की घोषणा भी जल्द होने की संभावना है। इसे PSLV रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा।