Iran-Israel War: धरती पर ईरान और इजरायल में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है, जिसकी चिंगारी अब लगातार बड़ा रूप लिए हुए हैं। ईरान ने इजरायल को निशाना बनाकर रॉकेट दागे हैं, जहां नुकसान की भी आशंका जताई गई है। यह पहला मौका नहीं जब ईरान और इजरायल के रिश्तों में खटास आई हो। इससे पहले भी दोनों देशों के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा है। इजरायल और हमास युद्ध के दौरान भी ईरान खिलाफत करता रहा है। ऐसे में दोनों देशों के बीच जारी युद्ध पर दुनियाभर की नजर हैं। आप सोच रहे होंगे कि दोनों देश शक्ति में भरपूर हैं, लेकिन अधिक कौन सा है। आपको यह जानने के लिए जरा नीचे तक कुछ आर्टिकल ध्यान से पढ़ना होगा। ईरान मिलिट्री ताकत के मामले में इजरायल से कहीं अधिक ज्यादा है।
मिलिट्री के मामले में 14वें नंबर पर आता ईरान
ईरान की मिलिट्री की ताकत इजरायल से कहीं ज्यादा है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि दनिया के 145 देशों में ताकतवर मिलिट्री के मामले में ईरान 14वें स्थान पर आता है। इजरायल 17वें स्थान पर। ईरान की आबादी 8.75 करोड़ से अधिक है। इजरायल की आबादी की बात करें तो कुल 90 लाख से मामूली ज्यादा है।
इतना ही नहीं ईरान के पास मिलिट्री सर्विस में काम करने के लायक फिट लोगों की संख्या 4.11 करोड़ है। इजरायल के पास मात्र 31.56 लाख। इसके साथ ही ईरान के पास कुल सैनिकों की संख्या 11.80 लाख है। इजरायल के पास 6.70 लाख। वहीं, ईरान के पास सक्रिय सैनिक 6.10 लाख हैं। इजरायल के पास 1.70 लाख हैं।
ईरान के पास 2.20 लाख पैरा-मिलिट्री फोर्स है। इजरायल के पास कुल 35 हजार सैनिक। ईरान के पास कुल 42 हजार वायुसैनिक हैं। इजरायल के पास 89 हजार। अगर थल सैनिकों की बात करें तो ईरान के पास 3.50 लाख तो इजरायल के पास 5.26 लाख। इजरायल ईरान से आगे है। ईरान के पास कुल 18,500 नौसैनिक हैं, जबकि इजरायल के पास 19,500 है। ईरान की वायुसेना के पास 551 हवाई जहाज रिजर्व में हैं, जिसमें 358 सक्रिय रहते हैं। इजरायल के पास 612 रिजर्व और 490 एक्टिव एयरक्राफ्ट रहते हैं। ईरान के पास 186 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 121 हर समय हमले के लिए तैयार रहते हैं।
ईरान के पास 86 ट्रांसपोर्ट हवाई जहाज हैं। इसमें 56 सक्रिय हैं। इजरायल के पास 12 हैं, जिनमें से 10 एक्टिव सर्विस में हैं। दो स्टॉक में है। ईरान के पास 102 ट्रेनर्स हैं।
इजरायल को मिल रहा सुपर पावर का साथ
ईरान ने जब इजरायल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है, तभी से उसकी टेंशन बढ़ी हुई है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के हमले पर करारा जवाब देने की चेतावनी भी दी है। ईरान भले ही सेना और शक्ति में ज्यादा है, लेकिन इजरायल को दुनियाभर के कई ताकतभर देशों का समर्थन है। इसमें एक अमेरिका भी है, जिसने ईरानी हमलों की कड़ी निंदा की और इजरायल के साथ खड़ा रने की बात कही है।