ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान अपने मुल्क में फैली अफरा-तफरी से जनता का ध्यान बांटने और मुल्क को टूटने से बचाने और सेना की बगावत को रोकने के लिए पाक, भारत (India) के खिलाफ कोई फॉल्स फ्लेग ऑपरेशन कर सकता है। भारत हालांकि सावधान है, लेकिन पाकिस्तान ने चीन की सलाह पर भारत (India) को युद्ध के लिए मजबूर ही कर दिया तो क्या होगा?
Kargil War
पिछले पिचहत्तर साल में दोनों सेनाएं एक-दूसरे के खिलाफ चार बार लड़ चुकी हैं।भारत (India) से युद्ध में चारों बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। पाकिस्तान के टूटने और जंंग की आशंकाओं के बीच एक बार भारत (India) और पाकिस्तान की फायर पॉवर की तुलना कर लेते हैं। एक साल पहले किए गए एक सर्वे में फायरपावर रैंकिंग इंडेक्स 2022 के आधार पर दोनों देशों की सैन्य ताकत का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान, भारत से बहुत पीछे है। भारत पारंपरिक और परमाणु हथियारों दोनों में पाकिस्तान पर एक मजबूत संख्यात्मक लाभ प्राप्त करता है, जो इसे अपने बारहमासी दुश्मन से निपटने में ऊपरी बढ़त देता है।
ग्लोबल फायर पॉवर सर्वे के दौरान पाया गया कि दुनिया के 142 देशों में से चौथे स्थान पर है। जबकि पाकिस्तान नौवें स्थान पर है। कहने का मतलब यह कि पाकिस्तान अपनी सेना के दम पर भारत से युद्ध नहीं जीत सकता। उसे चीन की मदद लेनी ही होगी। लेकिन चीन पहले ही अमेरिका-ताईवान और साउथ चाइना सी के 7 देशों के साथ विवाद में उलझा हुआ है।
पैसा नहीं तो भारत से जंग, Gen असीम मुनीर की मजबूरी
चीन पाकिस्तान को हथियारों से मदद कर सकता है लेकिन पाकिस्तानी युद्ध में भारत (India) के खिलाफ अपनी सेना भेजने की गलती शायद नहीं करेगा।भारत (India) पाक के युद्ध इतिहास की बात करें तो पाकिस्तान ने हर बार अपने आप को वास्तव में उससे कहीं अधिक शक्तिशाली माना था और उसे कई बार उसे अपमानजनक झटके भी लगे और अपनी क्षमताओं को साबित करने के लिए पाकिस्तान ने घटिया हथकंडों का इस्तेमाल किया। अपने ही देश में आतंकवाद को जन्म देकर और इसने भारत (India) की शांति को भी कई बार संकट में डाला है।
लेकिन भारतीय सेना के लिए एक सबसे फायदेमंद बिंदु यह है कि उनका मुख्य और एकमात्र कार्य पाक सेना के विपरीत अपने स्वयं के संचालन पर ध्यान केंद्रित करना है। इस समय पाकिस्तानी फौज के चीफ असीम मुनीर के सामने एक तरफ खाई है और दूसरी तरफ खंदक। अगर वो भारत के खिलाफ युद्ध का ऐलान नहीं करता तो आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक तानेबाने तो एक नहीं रख पाएगा (क्यों कि पाकिस्तानी बच्चों को पहली कक्षा से पढ़ाया जाता है कि भारत हमारा दुश्मन है, उस पर फतह हासिल करना और गाजी बनना है) क्यों कि भारत के खिलाफ जंग का ऐलान से ही पाकिस्तान को एक जुट किया जा सकता है और युद्ध का नतीजा पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी मुल्क को पख्तून, सिंध, बलूच और पंजाब में बांट कर रख देगा।भारतीय सेना की कूबत इतनी है कि वो कुछ हफ्तों में नहीं बल्कि कुछ ही दिनों मे पटखनी देकर इस्लामाबाद और रावलपिंडी पर कब्जा कर सकती है।
नीचे सूची में देखते हैं किसकी कितनी फायर पॉवर हैः