नई दिल्ली- लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकांता गौर ने बताया। कि 20 से ज्यादा विपक्षी सांसदों का प्रति निधि मंडल 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करेगा और राज्य की स्थिति का प्रत्यक्ष जायजा लेगा। इससे पहले विपक्षी गुट चाहता था। कि मुख्यमंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य का दौरा करें। लेकिन कुछ वजह से ऐसा नहीं हो सका है।
बता दें कि मणिपुर 3 मई से हिंसा की चपेट में कुकी और मैंतई समुदाय के जातीय संघर्ष के चलते राज्य में डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संघर्ष की याद में कई लोगों के घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। ऐसे में राज्य के हालातों का जायजा लेने के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसदों का एक दल 29 और 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करेगा।
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मानिकम टैगोर ने बताया कि 20 से ज्यादा विपक्षी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल 29 और 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करेगा। और राज्य की स्थिति का प्रत्यक्ष जायजा लेगा। जानकारी के मुताबिक प्रतिनिधिमंडल पहले पहाड़ी इलाके में जाएगा इसके बाद वह घाटी का दौरा करेगा इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल दोनों पक्षों के राहत शिविरों में जाएंगे साथी राज्य के राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे। सभी सांसद सुबह 8:55 पर फ्लाइट से मणिपुर के लिए रवाना होंगे। 16 पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल में 20 सदस्य शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि इससे पहले विपक्षी गुट चाहता था। कि मुख्यमंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य का दौरा करें लेकिन कार्की की मुद्दों के कारण इस विचार को छोड़ दिया गया। हालांकि लेफ्ट और टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा कर चुका है। जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इससे पहले मणिपुर में कुछ जगहों का दौरा किया था।
गठबंधन नेताओं ने कहा था कि संसद में उनके विरोध के बाद गैर भाजपा गठबंधन की पहली मणिपुर यात्रा हो रही है। विपक्षी गुट मांग कर रहा था। कि उनके नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को मणिपुर का दौरा करने की अनुमति दी जाए। लेकिन अब तक वहां की स्थिति को देखते हुए उन्हें अनुमति नहीं दी गई।