नई दिल्लीः मानसूनी दस्तक के बीच अब देश के कई हिस्सों में चक्रवाती तूफान लोगों की आपत बना हुआ है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का कच्छ में लैंडफॉल देर रात 12 बजे हो गया, जिसके बाद तमाम एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। इतना ही नहीं यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है। लोगों की सहायता के लिए यहां कई हवाई जहाज तैनात कर दिए गए हैं।
अब तक करीब 90 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है। तूफान के भयंकर परिणाम की आशंका को देखते हुए गुजरात से केरल तक अलर्ट पर रखा गया है। पीएम नरेंद्र मोदी भी तूफान से जुड़ी हर अपडेट ले रहे हैं। दूसरी ओर मानसून भी गति के साथ आगे बड़ रहा है, जिससे कई इलाकों में बारिश का दौर देखने को मिल रहा है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
जानिए तूफान से जुड़ा अपडेट
आईएमडी केअनुसार, गुजरात के तमाम हिस्सों में चक्रवाती तूफान अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है, जहां लोगों के साथ-साथ तमाम सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। यहां 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का दौर जारी है। सौराष्ट्र के ज्यादातर इलाकों में तेज बारिश भी देखने को मिल रही है, जिससे तापमान का स्तर काफी गिरता जा रहा है।
तूफान का लैंडफॉल हो चुका है। अब वह कमजोर होकर राजस्थान की ओर मुड़ता दिख रहा है। इन इलाकों की बिजली भी काट दी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान का प्रभाव है। इसमें 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और राजस्थान (पश्चिमी) शामिल हैं।
पिता-पुत्र की चली गई जान
तूफान की रफ्तार इतनी तेज कि कुछ स्थानों पर जान माल का भी बड़ा नुकसान हुआ है। इस बीच गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे के मुताबि, तूफान के कारण करीब 22 लोग घायल हुए। 23 पशुओं की जान चली गई है. 524 पेड़ गिर गए हैं। कुछ जगहों पर बिजली के खंभे भी गिरे हैं। 940 गांवों की बिजली गुल हो गई है। अपने पशु बचाने के चक्कर में पिता-पुत्र की जान चली गई।