नई दिल्ली- पाकिस्तान के कराची से भारत आई सीमा हैदर की लव स्टोरी काफी चर्चा में है। सीमा अपने 4 बच्चों को लेकर नोएडा के रबूपुरा में सचिन नाम के युवक के पास पहुंची है। इसके बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला किया सीमा हैदर पर बिहार के छपरा के कलाकार ने गाना तैयार किया जो वायरल हो रहा है।
पाकिस्तान से अपने प्यार के लिए भारत आई सीमा हैदर की चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर हो रही इसी बीच बिहार के रहने वाले सिंगर ने सीमा हैदर पर एक गाना तैयार किया जो काफी वायरल हो रहा है। कलाकार रौनक रत्ना ने गाया गीत सुना है। आशिक ला देता है चांद तोड़ के लोगों के द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।
बता दें कि भारत के नोएडा में रहने वाले सचिन के लिए पाकिस्तान से सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत पहुंची अपना देश छोड़कर भारत आने पर रौनक रत्न ने गाना तैयार किया है। सीमा हैदर को लेकर वायरल वीडियो और लोगों के बयानों को लेकर गीत के माध्यम से व्यंग किया गया।
पाकिस्तान की रहने वाली सीमा हैदर को भारत के सचिन से पब्जी खेलते खेलते प्यार हो गया। इसके बाद सीमा सचिन से मिलने पहले नेपाल पहुंची जहां कथित तौर पर दोनों ने मंदिर में शादी कर ली इसके बाद सीमा अपने चार बच्चों को लेकर नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल हो गई जब सीमा नोएडा के रबूपुरा गांव पहुंची और मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस ने सीमा और सचिन को अरेस्ट कर लिया इसके बाद कोर्ट ने दोनों को रिहा करने का आदेश दे दिया।
सीमा के इस पूरे मामले को लेकर बिहार के सारण के बाल कलाकार रौनक रत्न में एक गाना तैयार किया है इस गाने को रौनक ने व्यंग के अंदाज में पेश किया है। रौनक ने अपने गाने से सीमा और सचिन के प्यार को खूब चर्चा में डाला है उस उन्होंने लिखा कि आशिक प्यार में चांद तोड़ लाने की बात करते हैं लेकिन सीमा अपने प्यार के लिए पाकिस्तान से भारत आ गई।
सीमा हैदर को लेकर भारत और पाकिस्तान के कई लोगों ने कई तरह की टिप्पणियां भी की जिन्हे रौनक ने गाने के माध्यम से दिखाने की कोशिश की पब्जी खेलते खेलते हुए प्यार को भी गाने के बोल में शामिल किया गया है। इस गाने को रौनक के पिता रत्नेश ने लिखा है इस गाने के बोल कुछ इस तरह है।
सुना है आशिक ला देते हैं चांद तोड़कर सीमा हैदर आई पाकिस्तान छोड़कर के
हिंदुस्तान के प्यार में अपना जहान छोड़कर कोई कलमा पढ़वाओ तो कोई जासूस कहता है।
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पब्जी तो खेला तूने पर दिल का खेला क्यों खेला जहां रहेगी तू तो अब तो लगा रहेगा एक मेला