Pahalgam Terror Attack: अनंतनाग के पहलगाम में धर्म और मजहब के नाम पर इंसान ही नहीं इंसानियत और कश्मीरियत का गला घोंट दिया गया. नाम और धर्म पूछकर दहशतगर्दों ने गोलियों से 27 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. मृतकों के रोते-बिलखते परिजनों की मदद की सिसकियां हर किसी की रूह कंपाने के लिए काफी थीं.

उधर सऊदी अरब के दौरे पर पीएम मोदी के निर्देश पर गृहमंत्री अमित शाह भी श्रीनगर पहुंच गए. पुलवामा अटैक के बाद यह सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. अंतर इतना है कि पुलवामा अटैक सीआरपीएफ जवानों पर हुआ था और पहलगाम में सिर्फ सैलानियों को निशाना बनाया गया है. चाक-चौबंद प्रबंध और सेना की सक्रियता के बीच ऐसी घटनाएं कई सवाल खड़े कर जाती हैं. घटना के पीछे कुछ बड़ी वजह आप जान सकते हैं.

मुस्लिम देश के दौरे पर पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी इन सऊदी अरब के दौरे पर गए थे, जैसे ही उन्होंने पहलगाम की बर्बरता हमले को सुना तो सन्न रह गए. वैसे भी सऊदी अरब भारत का मजबूत मित्र बनकर उभरा है. दोनों देशों के बीच मित्रता की नींव ऊंची होती जा रही है. ऐसे में पाकिस्तान समर्थिक आतंकी संगठनों ने कश्मीर में साजिश की योजना बनाई होगी.

पाकिस्तान ने भारत में खून खराबा कराकर यह संदेश देने की कोशिश कि की जम्मू-कश्मीर में मुस्लिमों को काफी प्रताड़ित किया जा रहा है. पाकिस्तान ने सऊदी अरब जैसे मुस्लिम मुल्कों से भारत की दूरी बनाने की साजिश की. लेकिन क्या दुनिया इस बात को स्वीकार कर सकेगी.

पाकिसानी सेना प्रमुख का विवादित बयान

कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना चीफ अमीम मुनीर ने कश्मीर को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिसकी काफी आलोचना भी की गई थी. अब माना जा रहा है कि उनके बयान ने बड़े स्तर पर आतंकियों को एक संदेश देने का काम किया था. संदेश था कि जम्मू-कश्मीर को रक्तरंजित करने के लिए यही सही वक्त है.

वैसे भी कश्मीर में सामान्य लोगों को निशाना बनाना आतंकियों के लिए बहुत ही आसान काम करहता है. छोटे हथियारों से ही एक बड़ी घटना की साजिश में सफल हो जाते हैं. इससे लोगों में दहशत भी फैल जाती है, संदेश भी चला जाता कि कश्मीर में अभी कछ नहीं बदल सका है.

अमेरिका को भी संदेश देने की कोशिश

अमेरिका की बागडोर जब से डोनाल्ड ट्रंप को मिली तभी से भारत के रिश्तों में काफी मधुरता बढ़ी. टैरिफ में छूट की बात हो या फिर अन्य व्यापारिक रिश्तों की, सभी मामलों को दोनों देशों ने बैठकर डील की. अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस इन दिनों भारत की यात्रा पर हैं. अमेरिका की तमाम ऐसी नीतियां हैं जो पाकिस्तान को काफी परेशान करती रही हैं. अमेरिकी उप राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कश्मीर में हमलों से अशांति का संदेश देने की कोशिश की है.

कश्मीर में बढ़ रहे पर्यटन स्थल

जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार ने जब से कश्मीर में धारा 370 हटाई, तभी से यहां सैलानियों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. देश और विदेशों के भी पर्यटक कश्मीर में बड़ी संख्या में घूमने आते हैं. धारा 370 हटने से पहले यहां डर का माहौल रहता था.

दूर-दराज से आने वाले सैलानी भी डरते थे, लेकिन अब कई साल से सबकुछ सामान्य चल रहा था. आतंकियों ने आम लोगों को निशानकर बनाकर बाकी पर्यटकों में भय का माहौल बनाने की कोशिश की है. इससे आगामी दिनों पर्यटन क्षेत्रों में सैलानियों की गिरावट देखने को मिल सकती है.