Helath Tips: पृथ्वी पर हमारे आसपास हजारों ऐसे पेड़-पौधे हैं, जो अपने औषधीय गुणों के कारण कई औषधियां बनाने में उपयोग किए जाते हैं। लेकिन हम इसके महत्व से अंजान हैं. आयुर्वेद में ऐसे पेड़-पौधों का बहुत महत्व है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की बात हो रही है.
अक्सर तुलसी, आंवला, एलोवेरा की सबसे ज्यादा चर्चा होती है। लेकिन कई ऐसे पौधे भी हैं जिनका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयां बनाने में किया जाता है। हम आपको एक ऐसे औषधीय पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके सेवन से आप कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं पपीते के पौधे की।
आपके आस-पास हर किसी को पपीते का पौधा आसानी से मिल जाएगा। पपीते को सेहत का खजाना कहा जाता है. यह कई पोषक तत्वों का भंडार है. डॉक्टर रोजाना खाली पेट पका पपीता खाने की सलाह देते हैं।
इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। बवासीर के रोगियों के लिए यह रामबाण औषधि मानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार पपीता एक ऐसा फल है जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह हमारी ऊर्जा को बढ़ाने के साथ-साथ कब्ज, त्वचा, हृदय, पेट की समस्याओं और पाचन रोगों के इलाज में कारगर है।
एसिडिटी, सूजन और कब्ज को नियंत्रित करता है
जिला अस्पताल बाराबंकी के डॉ. अमित वर्मा (एम.डी. मेडिसिन) ने बताया कि कच्चे पपीते में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है। इसमें पपेन जैसे एंजाइम पाए जाते हैं जो पाचन में मदद करते हैं। कच्चा पपीता खाने से एसिडिटी, सूजन और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं कम हो जाती हैं।
इसके अलावा इसमें विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में होता है जो हृदय संबंधी समस्याओं या उम्र बढ़ने से रोकता है। अगर आपको थकान महसूस हो रही है तो इसके कच्चे फल का सेवन करना चाहिए। यह शरीर के लिए प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में काम करता है। आप रोजाना कच्चा पपीता खा सकते हैं. पपीता खाने से आपके शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे आप कई बीमारियों से बच सकते हैं।
प्लेटलेट काउंट बढ़ाने की अचूक दवा
डॉ. अमित वर्मा ने बताया कि फाइबर से भरपूर पपीते की पत्तियों का जूस न सिर्फ आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है. इसकी पत्तियों में कई गुण होते हैं। अगर डेंगू के मरीज को रोजाना 50 मिलीलीटर की मात्रा में पपीते की पत्तियों का ताजा रस दिया जाए तो उसका प्लेटलेट काउंट बढ़ने लगेगा।
पपीते का जूस प्लेटलेट काउंट बढ़ाता है। इतना ही नहीं पपीते के पत्ते का रस भी बवासीर के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। कच्चा पपीता खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में कैरोटीनॉयड होता है, जो शरीर में विटामिन ए का उत्पादन करता है। जिससे आंखें स्वस्थ रहती हैं।