नई दिल्लीः अगर आप भारतीय स्टेट बैंक के खाताधारक हैं तो फिर यह खबर बहुत ही कीमती साबित होने जा रही है। एसबीआई ने अब एक ऐसा आदेश जारी किया है, जिससे बैंक के खाताधारकों की नींद ही उड़ गई है। अगर आप अब एसबीआई से लोन लेना चाहते हैं तो जरा सोच समझ लें, क्योंकि ब्याज दर को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है, जिसकी चर्चा तेजी से चल रही है। अब अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ ज्यादा ब्याज चुकाना होगा।
एसबीआई ने अपनी साल भर की अवधि के लोन पर मार्जिनकल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानि एससीएलआर बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे लोन पर लगने वाला ब्याज दरों में इजाफा हो जाएगा, जिसका असर सीधा कर्जधारक पर पड़ने वाला है। वहीं एसबीआई की नई दरें 15 जनवारी 2023 से लागू हो जाएंगी। आपको बता दें की रेपो रेट बढ़ने के बाद कई बैंकों ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है, जिसके बाद लोन पर ब्याज बढ़ना लाजिमी माना जा रहा है।
- जानिए लोन पर कितनी हुई बढ़ोतरी
देश के बड़े बैंकों में शुमार एसबीआई ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि करते हुए नई जानकारी साझ की है। बैंक के मुताबिक, अपने 1 साल के एमसीएलआर पर 10 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा कर दिया गया है, जिससे करोड़ों खाताधारकों को बंपर नुकसान उठाना होगा।
एमसीएलआर में बढ़ोतरी केवल एक साल की अवधि में की गई है। 1 साल की एमसीएलआर बढ़कर 8.40 प्रतिश कर दी गई है। वहीं, ओवरनाइट एमसीएलआर 7.85 फीसदी एक और 3 महीने की एमसीएलआर 8 प्रतिशत, 6 महीने की एमसीएलआर 8.30 फीसदी करने का फैसला लिया गया है। वहीं, 2 साल की एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत और 3 साल की एमसीएलआर 8.60 फीसदी पर बरकरार रहेगा। बैंक के इस आदेश को सुन हर कोई हैरान दिख रहा है। इससे लोन पर ईएमआई भी बढ़ने की संभावना जताई गई है।
- जानिए कितनी बढ़ेगी ईएमआई
एमसीएलआर में बढ़ोतरी के साथ टर्म लोन पर ईएमआई बढ़ने की उम्मीद है। वहीं ज्यादातर खाताधारक लोन एक साल के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट के आधार पर मिलती है। इसके बाद अगर एमसीएलआर में इजाफे से व्यक्तिगत लोन गाड़ी और घर बनाने वाले लोन की दरों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि एमसीएलआर आरबीआई द्वारा विकसित की गई एक पद्धति मानी जाती है। इसके आधार पर बैंक लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित किया जाता है। इससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज निर्धारित की जाती है। इसके बाद जो भी ग्राहक लोन लेते हैं, उसी दर से ब्याज भरना होता है।
- जानिए रेपो रेट दर में हुई कितनी बढ़ोतरी
जानकारी के लिए बता दें कि आरबीआई ने महंगाई कम करने के इरादे रेपोरेट में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया था। आरबीआई द्वारा यह फैसला दिसंबर के महीने में लिया गया था, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि बैंक जल्द ही अपने लोन की दरों में बढ़ोतरी कर सकेत हैं। आरबीआई ने इसमें इजाफा कर 6.25 प्रतिशत का इजाफा कर दिया था। आरबीआई ने मई के बाद लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी है।