नई दिल्ली RBI Repo Rates: आरबीआई की 6 सदस्यों वाली बैठक शुरु हुई है। जिसमें काफी बड़ें फैसले लिए गए हैं। आरबीआई की इस बैठक में लिए गए अधिकतर फैसलो से आम आदमी ज्यादा प्रभावित होगा। इस समय बढ़ते लोन कर्ड और ईएमआई से आम आदमी काफी परेशान है। कर्ज लेने वाले लोग इस तरह की उम्मीद लगाएं बैठे हैं कि वह रेपो रेट कम करें। वहीं जो लोग शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं वह भी इसको लेकर सहीं फैसले का इंतजार कर रहे हैं। आपको बता दें कल रोज महंगाई में नमी लाने के लिए आरबीआई के रेपो रेट को 6.5 फीसदी कर दिया है।
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जानकारी के लिए बता दें मई के बाद से लगातार 6 बार नीतिगत दर में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी करने के बाद इस अप्रैल में केंद्रीय बैंक ने इस सिलसिले को थोड़ा धीमा कर दिया था। पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष साकेत डालमिया के मुताबिक इसके बाद से बढ़ोतरी को बढ़ावा मिलेगा। हम आर्थिक बढ़ोतरी बनाएं रखने और इनफ्लिशेन के दबाव को दूर करने के लिए सरकार और RBI के निरंतर सहयोग की आशा करते हैं।
एक उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव दीपक सूद कहते हैं जब एमपीसी का इन्फलेशन पर रोक लगाने पर ध्यान हैं तो हमें ऐसा विश्वास हैं कि RBI ये सुनिश्चित करेंगा कि बैंकिंग प्रणाली में पर्याप्त तरलता बनी रहे और लोन में बढ़ोतरी रहे।
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एसोचैम ने वैश्विक यात्रियों के लिए प्रीपेड रुपे विदेशी मुद्रा कार्ड जारी करने की परमीशन देना है विदेशी मुद्रा मार्केट में अधिकृत शख्स के लिए फेमा के तहत दिशानिर्देशों को सरलीकरण करना और देश में बिल का पेमेंट प्रणाली को सरल बनाने जैसे दूसरे कदमों की भी सराहना की है।
हाउसिंग.कॉम समूह के मुख्य कार्यपालक ध्रुव अग्रवाल के मुताबिक नितिगत दरों को बनाएं रखने का फऐसला स्पेशली रियर एस्टेट के क्षेत्र के लिए काफी सही हैं। एचबिट्स के संस्थापन शिव पारेख कहते हैं कि RBI के फैसले के तत्कालिक प्रभाव उतने नहीं होंगे। लेकिन इससे रियर एस्टेट क्षेत्र में स्टेबिलिटी दिखेगी।