नई दिल्ली LIC Policy Surrender Rules: एलआईसी देश की नंबर बन बीमा कंपनी में से एक है। जिसमें देश के सभी वर्ग के लोग निवेश करने का प्रावधान है। कंपनी भी सभी वर्ग के लोगों के लिए पॉलिसी पेश करता रहता है। इन पॉलिसी में आप अपनी जरुरत और इनकम के हिसाब से इनवेस्ट कर सकते हैं। यदि आपने देखा होगा कि पॉलिसी लेने के बाद पॉलिसीधारक को पसंद नहीं आती है। ऐसे में एलआईसी इसे सरेंडर करने की सहुलित भी देता है। इसके बाद आप अपने प्रीमियम के रूप में जमा पैसे निकाल सकते हैं।
कंपनी ने दिए सरेंडर से जुड़े नियम
यहां पर ध्यान देने वाली बात ये है कि अगर आप LIC पॉलिसी को खरीदने के बाद 3 सालों के भीतर सरेंडर कर सकते हैं तो आपको एक रुपये भी नहीं देना होगा। वहीं 3 साल से ज्यादा समय पर आपको LIC के नियमों के मुताबिक सरेंडर वैल्यू मिलेगी। पॉलिसी खरीदते समय LIC एक सरेंडर वैल्यू तय करती है। ये वैल्यू पॉलिसी के हिसाब से फिक्स की जाती है। 3 साल के बाद पॉलिसी वापस करने पर आपको वह सरेंडर वैल्यू मिल जाएगा।
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जानें क्या होगी सरेंडर वैल्यू
LIC के नियमों के मुताबिक यदि आपने किसी पॉलिसी का 3 साल तक प्रीमियम दिया है तो ऐसी स्थिति में आपको सरेंडर वैल्यू जरुर मिलेगी। सरेंडर वैल्यू कैलकुलेट करने के लिए दिए गए प्रीमियम के साथ में बोनस और इसे सरेंडर वैल्यू के एक्स फैक्टर से गुला कर दिया जाएगा। ये रकम निवेशक को पॉलिसी सरेंडर करते समय मिलेगी। यहां पर ध्यान रखें कि पहले साल चुकाए गए प्रीमियम पर आपको 1 रुपये भी सरेंडर वैल्यू नहीं मिलती है। ऐसे में आप जितना देरी से पॉलिसी सरेंडर करते हैं उसका उतना ही लाभ मिलेगा।
LIC पॉलिसी सरेंडर करने के लिए ये दस्तावेज हैं जरुरी
एलआईसी सरेंडर फॉर्म
पॉलिसी बॉन्ड डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत
एलआईसी NFET फॉर्म-5074
बैंक डिटेल्स
कैंसिल चेक
आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस
एक अप्लीकेशन फॉर्म जिसमें पॉलिसी को सरेंडर करने का कारण हो।
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पॉलिसी को सरेंडर करने का प्रोसेस
LIC पॉलिसी सरेंडर करने के लिए कंपनी की शाखा में जाकर सरेंडर फॉर्म और NEFT फॉर्म को लें।
दोनों फॉर्म को फिलकर अपने पैन कार्ड और पॉलसी बॉन्ड को अटैच कर दें।
इसके बाद आवेदन लिखकर जमा कर दें। इसके बाद इस पॉलिसी को क्यों सरेंडर कर रहे हैं।
इसके बाद सारे कागजों को क्रॉस चेक करके पॉलिसी के पैसे वापस मिल जाएंगे।