नई दिल्ली MGNREGA: केंद्र सरकार गरीबों के लिए काफी सारी स्कीम चला रही है। इन सभी योजना के द्वारा लोगों को काफी फायदा दिया जा रहा है। वहीं इनमें मनरेगा भी एक योजना है। जिसके द्वारा सरकार की तरफ से लोगों को काफी लाभ दिया जा रहा है। इसके साथ में इस स्कीम में अब महिलाओं की भागीदारी को लेकर काफी चर्चा की जा रही है। अब महिलाओं की इस स्कीम में लोगों की संख्या को लेकर वकालत की गई है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना
देश में सबसे बड़ें बैंक SBI के अर्थशास्त्रियों ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में अधिक महिलाओं को शामिल करने को कहा गया है। इसमें कहा गया है कि इससे महिलाओं को औपचारिक बैंक प्रणाली में लाया जा सकेगा। एसबीआई के अर्थशास्त्रियों की ओर से तैयार एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिणी राज्य मनरेगा के तहत ज्यादा महिलाओं को भागीदारी दे रहे हैं और पीएम जन धन स्कीम के लभार्थियों में भी महिलाओं की भागीदारी बेहतर है।
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जन धन स्कीम में भी मिलेगा महिलाओं को लाभ
रिपोर्ट के अनुसार, मनरेगा के तहत जिन राज्यों में महिलाओं की हिस्सेदाी कम है, वहां पर जन धन स्कीम में भी महिला लाभार्थियों की संख्या में कमी है। इससे महिला सश्क्तीकरण के दोनों माध्यमों के बीच एक सकारात्मक संबंध का पता चलता है। इसमें कहा गया है। ऐसी स्थिति में मनरेगा के तहत ज्यादा महिलाओं को शामिल करने का प्रयास होना चाहिए। जिससे कि सभी महिलाओं को औपचारिक बैंकिग सिस्टम में लाया जा सके।
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कुल प्रति शख्स जमा में इजाफा
वहीं बीते कुछ सालों में महिलाओं के द्वारा जमा की गई रकम में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीते 5 सालों में महिलाओं की कुल प्रति व्यक्ति इनकम को जमा करने में 4,618 रुपये का इजाफा हुआ है। इसमें गांव में रहने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है।