नई दिल्ली Government Scheme: सरकार के द्वारा एक खास स्कीम चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य बुजुर्ग लोगों को इनकम सेफ्टी देती है। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को अपनी सर्विस के लिए खुद से पैसा बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इसे देश के 2015 से 2016 के सालाना बजट में पेश किया गया था। इस स्कीम को एनपीएस आर्किटेक्चर के जरिए से पेंशन नियामक फंड यानि पीएफआरडीए के द्वारा प्रशासित किया जाता है।
अटल पेंशन स्कीम के तहत ग्रहकों के लिए मिनिमम मंथली पेंशन की गारंटी है। ये 1 हजार रुपये से 5 हजार रुपये तक मंथली के बीच में होता है। जो भी निवेश के मुताबिक अलग-अलग होता है ये लाभ केंद्र सरकार के द्वारा दिया जाता है।
वहीं 18 साल से 40 साल के बीच में सभी लोग इस स्कीम का हिस्सा बनने के योग्य है। इस स्कीम में नए संशोधन के मुताहिक अक्टूबर 2022 के बाद सिर्फ वहीं लोग एपीवाई के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें इनकम टैक्स बेनिफिट मिलता है।
इस स्कीम में 60 साल के बाद ग्राहकों को मंथली पेंशन की गारंटी मिलती है। ये स्कीम आपके रिटायरमेंट के बाद सबसे अच्छी इनकम का जरिए साबित होता है। अगर इस स्कीम के ग्राहक की रिटायरमेंट के बाद मौत हो गई है, तो वहीं पेंशन रकम मंथली रूप से पति और पत्नी को ट्रांसफर की जाएगी।
सरकार इस पेंशन स्कीम का एक मुख्य आकर्षण ये है कि इसमें कम निवेश की जरुरत होती है लेकिन बंपर रिटर्न मिलता है। एपीवाई के तहत यदि 18 साल की आयु में मंथली पेंश स्कीम के रूप में मैक्जिमम 5 हजार रुपये चाहिए तो आपको 210 रुपये हर महीने का निवेश करना होगा।
इस प्रकार अगर 25 साल की आयु में स्कीम में निवेश करने का निर्णय लेते हैं और 5 हजार रुपये मंथली पेंशन की इच्छा रखते हैं तो आपको एपीवाई स्कीम में हर महीने 376 रुपये का निवेश करना होगा। ये काफी हद तक निर्भर करता है कि आप रिटायरमेंट पेंशन लाभ प्राप्त करने के लिए मंथली निवेश कब शुरु करते हैं ये आयु और समय के साथ में बदलता है अगर आप 18 साल की आयु से शुरु करते हैं तो हर महीने 1 हजार रुपये की पेंशन पाने के लिए आपको सिर्फ 42 रुपये का पेमेंट करना होगा।
एपीवाई स्कीम में पेमेंट क्लोज करने के खाते में क्लोज हो सकते हैं। अगर आप 6 महीने तक का पेमेंट नहीं कर पाते हैं तो आपका खाता फ्रीज किया जाता है जबति 12 महीने के बाद सरकार आपके खाते को डिक्टीवेट कर देती है। 2 साल के बाद अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो क्लोज किया जाता है।