नई दिल्ली EPFO: संगठित क्षेत्रों में काम बढ़ा है। बता दें EPFO ने सितंबर में शुद्र रूप से 17.21 लाख लोगों को ऐड किया गया है। ये जनकारी रेगुलर सैलरी पर रखे गए लोगों के बारे में जारी डेटा से मिली है।
श्रम मंत्रालय के द्वारा सोमवार को जारी बयान के मुताबिक मासिक आधार पर इस साल अगस्त के मुकाबले सितंबर में शुद्र रूप से 21 हजार 475 नए सदस्य EPFO से जुड़ें। वहीं सालाना आधार पर सितंबर 2022 के मुकाबले इस साल इसी महीने शुद्ध रूप से 38 हजार 262 नए लोग जुड़ें थे।
मंत्रालय ने कहा कि करीब 8.92 लाख नए लोग सितंबर में EPFO की स्कीम से जुडे। नए सदस्यों में 58.92 फीसदी 18 से 25 साल की आयु के हैं। ये बताता है कि जो कि सदस्य कार्यबल से जुड़ें है, उससे बड़ी संख्या में युवा है। इनमें से काफी ऐसे हैं जिनको पहली बार नौकरी मिली है।
रेगुलर सैलरी पर रखें गए लोगों के डेटा से पता लगता है कि 11.93 लाख सदस्य बाहर निकले लेकिन फिर से वह EPFO से जुड़ें है यानि कि उन्होंने नौकरी बदली है बयान के मुताबिक इन सद्स्यों ने अपनी नौकरी बदल ली है और EPFO के दायरे में आने वाले लोगों को शामिल किया गया है।
इन लोगों ने आखिर निपटान के लिए अप्लीकेशन करने के बजाय अपने EPF को नए संस्थान में ट्रांसफर करने का ऑप्शन चुना है।
डेटा के मुताबिक सितंबर महीने में 3.67 लाख लोग EPFO से बाहर हुए हैं ये इससे पिछले महीने के मुकाबले 12.17 फीसदी कम है। EPFO से बाहर होने वाले लोगों की संख्या जून 2023 से कम रही है।
मंत्रासय ने कहाहै कि इस महीने के समय 8.92 लाख नए लोग जुड़ें है। इसमें से तकरीबन 2.26 लाख महिला सदस्य जो कि पहली EPFO से जुड़ी हैं इसके साथ में शुद्ध रूप से तकरीबन 3.30 लाख महिलाएं EPFO से जुड़ी है।
इन राज्यों में बढ़ें रोजगार
पेरोल के राज्वार आंकड़ें को देखा जाए तो सबसे ज्यादा लोग महाराष्ट्र, तमिलनाड़ु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में जोड़े गए। शुद्ध रूप से जो सदस्य जोड़ें गए, उलमें इनकी साझेदारी 57.42 फीसदी है।
इन राज्यों ने 9.88 लाख सदस्यों को ऐड किया है। आंकड़ों के मुताबिक चीनी उद्योग, कूरियर सेवा, लोहा और इस्पात, अस्पताल, ट्रैवल एजेंसियों आदि में काम कपने वालों की संख्या बढ़ी है।