नई दिल्ली EPFO Facility: अगर आप पीएफ खाताधारक हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद ही खास हो सकती है। अक्सर देखा जाता है कि लोगों की नौकरी बदलने की वजह से पीएफ खाता ट्रांसफर नहीं करते है। ऐसे में उनको काफी सारी पैसों का नुकसान हो जाता है। वहीं खाता ट्रांसफर कराते हैं तो उनको कितना लाभ होगा।
आप EPFO का फंड ट्रांसफर सुविधा का लाभ उठाकर जमा पैसों को बढ़ाने के साथ में अपने भविष्य को और ज्यादा सेफ रख सकते हैं। इसकी बजाय यदि वह अपने पीएफ खाते में ट्रांसफर करवाते हैं तो उनको फिर से लाभ मिलता है। जैसे कि उनको फंड पर कंपाउंड ब्याज मिलेगा। ईपीएफ की सदस्यता लगातार बनी रहेगी।
इसके साथ में ही 10 साल की सर्विस अवधि के पूरा होते ही वह ईपीएफओ की पेंशन पाने के भी हकदार बने रहते हैं। पीएफ पर मिलने वाले करीब 8.15 फीसदी ब्याज से आपका पैसा कितनी तेजी से बढ़ता रहेगा।
कुछ ऐसे समझें
वहीं उदाहरण के तौर पर मान लें कि आपकी सैलरी 15 हजार रुपये है और हर महीने नियोक्ता एवं आपका योगदान मिलाकर 2 हजार तीन सौ 51 पीएफ खाते में जमा हो रहा है तो 10 सालों के बाद ये रकम 4 लाख 34 हजार रुपये हो जाएगी।
वहीं 20 साल मेें 14 लाख 11 हजार रुपये 40 सालों के बाद ये राशि करीब 86 लाख रुपये से ज्यादा बन जाएगी। इसमें सिर्फ अच्छे ब्याज के साथ में कंपाउंडिंग का ही लाभ नहीं होता है। बल्कि ईपीएफ में किए गए अंशदान पर सदस्य और नियोक्ता दोनों को इनकम टैक्स के लिए छूट प्राप्त होती है।
यहीं नहीं इस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम इनकम से फ्री होता है। अगर कंट्रीब्यूशन 2.50 लाख रुपये से ज्यादा का है तो उस पर मिलने वाले ब्याज पर इनकम टैक्स देना होगा। अगर आप 5 सालों से कम की सदस्यता पर अपना पीएफ खाता क्लोज करते हैं तो आपको मिलने वाली रकम पर EPFO टीडीएस काटता है।
जरूरी बात ये भी है कि कई बार युवावस्था में पेंशन का महत्व भी समझ नहीं आता है। लेकिन रिटायरमेंट होने के बाद ईपीएफओ से मिलने वाली पेंशन ही आपका मजबूत आर्थिक सहारा होती है।
ऐसे में कभी भी जब आप नौकरी बदलें तो साथ में अपना पीएफ भी ट्रांसफर कराना न भूलें। इसके लिए आप मेंबर पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म जमा कर सकते हैं। सिर्फ यूएएन में आपका केवाईसी अपडेट होना काफी जरूरी है।