नई दिल्ली Pension Hike Demand: अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। आपतो बता दें सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन यानि कि ओपीएस को फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
अब ईपीएफ के दायरे में आने वाले कर्मचारी और पेंशनधारक ईपीएफओ की पेंशन स्कीम ईपीएस-95 के तहत मिलने वाला मिनिम पेंशन को हर महीने 7500 रुपये करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इन कर्मचारियों और पेंशनधारकों को इस गुरुवार को दिल्ली में रैली हो वाली है।
EPS-95 एनएसी ने इस बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि समिति अपनी मांगों के समर्थन में रामलीला मौदान में रैली करने जा रही है समिति का दावा है कि मिनिमम पेंशन हर महीने बढ़ाकर 7500 रुपये करते हैं।
दूसरे मांगों के समर्थन में इस रैली में देशभर से आए 50 हजार कर्मचारी और पेंशनधारक भी शामिल होंगे। पेंशनधारक डीए के साथ में मूल पेंशन को 7500 रुपये मंथली करने, पेंशनधारकों के पति या पत्नियों को फ्री में स्वास्थ्य सुविधा देने की भी मांग कर रहे हैं।
इस समय कर्मचारी पेंशन स्कीम EPS-95 के तहत मिनिमम पेंशन 1000 रुपये महीना है। रामलाली मैदान में रैली के बाद पेंशनधारक 8 दिसंबर से जंतर-मंतर पर अनशन भी करेंगे। समिति के अध्यक्ष रिटायर्ड कमांडर अशोक राउत ने कहा कि हम अपनी मांगों के समर्थन में 7 दिसंबर को रामलाली मैदान में रैली करेंगे। उन्होंने कहा कि ये सरकार को आखिरी चेतावनी है और मांगें नहीं मानी गई तो अनशन पर बैठेंगे।
EPS-95 के तहत आने वाले कर्मचारियों का मूल वेतन का 12 फीसदी भाग पीएफ में जमा होता है, जबकि कर्मचारी के 12 फीसदी भाग में से 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन स्कीम में जमा किया जाता है। इसके अलावा पेंशन कोष में सरकार भी 1.16 फीसदी का कंट्रीब्यूशन करती है।
अशोक राउत ने कहा कि 30-30 साल काम करने पर किए गए कंट्रूब्यूशन करने के बाद कर्मचारियों को मासिक रूप से पेंशन मिलेगी। जिससे कर्मचारी पेंशनधारकों और उनके परिवारजनों का जीना बेहाल हो गया है।