नई दिल्ली Credit Card Fraud: क्रेडिट कार्ड हमारी पैसों की जरुरत को पूरा करने में मदद करता है। इससे हमे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने और पैसों का मैनेजमेंट बेहतरीन करने की स्किल भी मिलती है।
इससे ये भी जाहिर होता है कि क्रेडिट कार्ड की हमारी जिंदगी में काफी अहमियत है। ऐसे में हमारा इससे जुड़ें नियमों से रूबरू होना भी जरुरी है। RBI ने क्रेडिट कार्ड से जुड़ें नियमों में कुछ बदलाव किए हैं जो कि 7 मार्च से लागू हैं। वहीं बैंकों की शंकाओं को दूर करने के लिए FQA जारी किया गया है। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
कार्ड पर ली जा सकती है ओवरलिमिट फीस
RBI ने बैंकिंग धोखाधड़ी को कम करने के लिए क्रेडिट कार्ड की ओवरलिमिट उपयोग करने के लिए कार्डधारक की सहमति पहले लेने को जरुरी कर दिया है। अगर आपको बैंक ने स्पष्ट रूप से बताया है कि आप अपने कार्ड का ओवरलिमिट उपयोग करना चाहते हैं तभी आपको इसकी परमीशन मिलेगी।
इसके साथ में ग्राहकों को कार्ड जारी करने वाले संस्थानों के मोबाइल बैंकिंग या फिर किसी दूसरे प्लेटफॉर्म पर शुरु या फिर बंद करने का ऑप्शन दिया जाए। इसके बिना ग्राहक स्पष्ट सहमति के ना तो ओवरलिमिट दी जा सकती है और न ही उसके लिए कोई चार्ज लगाया जा सकता है।
बिना किसी सहमिति के जारी कार्ड पर क्या करें
कार्ड जापी करने वाले वित्तीय संस्थानों के लिए ये निर्देश हैं कि वह इसे जारी करने से पहले ग्राहक की समिति ले लें। बहराल यदि आपने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन नहीं किया है और वह आपको मिलता है तो उसे ओटीपी या फिर किसी जरिए से एक्टिवेट करने की परमीशन नहीं देनी चाहिए।
दूसरे लोन खाते के लिए भी जारी हो सकता है कार्ड
काफी सारे खाते में ओवरड्राफ्ट, कैश लोन और वर्किंग कैपिटल लोन जैसे लोन वाली फैसेलिटी मिलती है। इनके लिए भी क्रेडिट कार्ड के जारी करने की कोई मनाही नहीं है। लेकिन इसकी कुछ शर्तें हैं। अब जैसे कि ओवरड्राफ्ट फैसेलिटी में जितनी राशि लोन के तौर पर मिल सकती है। उसको निकालने के लिए खास प्रकार का क्रेडिट कार्ड जारी किया जा सकता है।
इस क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी सभी शर्तें, जैसे कि रीपमेंट, फाइन, ब्याज और निकासी की लिमिट, ओवरड्राफ्ट सुविधा पर लागू नियमों और शर्तों के हिसाब से ही होगा।