Ferrari History: आज भी विश्व भर में जब बात स्पोर्ट्स कार की आती है तो वहां Ferrari, Lamborghini, Pagani, Bugatti जैसी यूरोपियन कार ब्रांडों का नाम सबसे ऊपर आता है। लेकिन इतनी ब्रांड होने के बावजूद लोगों को फेरारी की कारें कुछ ज्यादा ही पसंद आती है।
हर बच्चा बड़ा होकर एक फरारी खरीदने का सपना देखता है। आखिर इतनी पापुलर स्पोर्ट्स कर ब्रांड की शुरुआत कैसे हुई? अगर आपको लैंबॉर्गिनी और फेरारी की कहानी पता है तो कुछ इसी तरह की कहानी फरारी (Ferrari) और अल्फा रोमियो (Alfa Romeo) के बीच भी हुई थी चलिए आज से जानते हैं।
पॉपुलर स्पोर्ट्स कार ब्रांड Alfa Romeo की शुरुआत
सन 1910 में इटली देश में अल्फा रोमियो कंपनी की शुरुआत हुई। यह कंपनी अपनी बेहतरीन कारों को बनाने के लिए जानी जाती है। उस समय भी यह काफी अच्छी कारें बनाया करती थी और इन्हें पॉपुलर करने के लिए कंपनी ने उसे समय के हो रहे कर रेस में पार्टिसिपेट करने का फैसला किया।
कंपनी ने 1920 में अपनी पहली स्पोर्ट्स कार टारपीडो को लांच किया जो 30 हॉर्स पावर जेनरेट करती थी। और इसी साल कंपनी ने अपनी पहली रेस भी जीत ली। आपको जानकर हैरानी होगी कि जब अल्फा रोमियो पहले स्थान पर आई थी तब दूसरे स्थान पर कोई और नहीं बल्कि फेरारी के संस्थापक एंजो फेरारी थे।
Enzo Farrari का रेसिंग काल
1908 में जब एंजो फेरारी 10 साल के थे तब से ही उन्होंने रेस में पार्टिसिपेट करना शुरू कर दिया था, जिसका रिजल्ट यह था कि उन्हें 1919 में ही अल्फा रोमियो के रेसिंग टीम में जगह मिल गया।
वह कार रेसर के तौर पर कंपनी से जुड़े और काफी अच्छा काम किया। लेकिन साल 1929 में उन्होंने अल्फा रोमियो से इस्तीफा देकर अपनी खुद की एक रेसिंग टीम बनाएं जिसका नाम उन्होंने Scuderia Ferrari रखा।
अब उन्होंने एक रेसिंग टीम तो बना ली थी। लेकिन उनके पास कार खरीदने के या फिर बनाने के पैसे नहीं थे। इसलिए वह अल्फा रोमियो के पास गए जहां इन दोनों के बीच एक एग्रीमेंट साइन हुआ। अल्फा रोमियो ने अपनी पुरानी कारों को फरारी को देने का फैसला किया और नई कार से खुद रेस लड़ने का फैसला किया।
एंजो फेरारी को यह बात इतनी पसंद नहीं आई। लेकिन तभी वर्ल्ड वॉर शुरू हुआ था जिसके कारण इटालियन सरकार ने अल्फा रोमियो के फैक्ट्री को डिफेंस इक्विपमेंट बनाने का निर्देश दिया।
जब अल्फा रोमियो वर्ल्ड वॉर में व्यस्त थी तब फेरारी ने रिसर्च एंड डेवलपमेंट करके खुद की कार बनाने पर काम किया और कई रेस भी जीते। इसके बाद जब अल्फा रोमियो की वापसी हुई तो उनसे फरारी का ग्रोथ देखा नहीं गया और कंपनी ने Scuderia Ferrari के 80 प्रतिशत शेयर खरीद Enzo Farrari को उन्हीं के कम्पनी से बाहर कर दिया।
यह साल 1939 था। जब एंजो फेरारी को अपनी ही कंपनी से हाथ धोना पड़ा। लेकिन वह रुकने वाले नहीं थे। उन्होंने 1938 के अंत से ही खुद का स्पोर्ट्स कार बनाने वाली कंपनी की शुरुआत कर दी थी। उसे समय इसका नाम Auto Avio Costruzioni रखा जो बाद में फरारी होने वाली थी।
इस कंपनी ने एक से बढ़कर एक कारें बनानी शुरू कर दी। इनकी खासियत रही है कि वह अपनी कारों को बड़े ही लिमिटेड क्वांटिटी में प्रोड्यूस करती है । जिसके कारण इनके कार बहुत ही खास हो जाते हैं।
अल्फा रोमियो की एक गलती ने विश्व को फरारी जैसी एक जबरदस्त ब्रांड दी और ऐसे ही दुश्मनी के कारण फेरारी से लैंबॉर्गिनी और लैंबॉर्गिनी से पगानी की शुरुआत हुई। आगे एक आर्टिकल में हम आपको इसके इतिहास के बारे में भी बताएंगे।