Anand Mahindra on Scorpio: तमिलनाडु में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मीट 2024 का आयोजन हुआ है। यहां पर देश के दिग्गज उद्योगपति अपनी कंपनी के भविष्य की योजनाओं के साथ-साथ कुछ पुराने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। आयोजन के दूसरे दिन महिंद्रा एंड महिंद्रा के सीईओ आनंद महिंद्रा ने अपने पुराने किस्से सांझा किये हैं। उसमें से एक किस्सा महिंद्रा स्कार्पियो (Mahindra Scorpio) को लेकर था। उन्होंने बताया कि अगर महिंद्र स्कॉर्पियो बाजार में सफल नहीं होती तो उन्हें कंपनी से निकाल दिया जाता।
इस आयोजन में उनसे एक बार सवाल पूछा गया कि क्या आपको कभी लगा कि आपको काम छोड़ देना चाहिए? या कभी ऐसा लगा कि कोई प्रोजेक्ट या चीज सही ढंग से काम नहीं कर रही है जैसा आप चाहते थे? इस सवाल को सुनते ही आनंद महिंद्रा ने अपनी बेस्ट सेलिंग सुव स्कॉर्पियो से जुड़ा एक दिलचस्परेशन सभी के साथ शेयर किया। आनंद जी ने कहा कि उनके दिमाग में ऐसा कभी नहीं आया लेकिन कंपनी के कुछ बोर्ड मेंबर्स ऐसा सोच रखते थे।
यह था Mahindra Scorpio का किस्सा
उन्होंने बताया कि महिंद्रा स्कार्पियो (Mahindra Scorpio) सफल हो चुका था। उस समय आइसीआइसीआइ बैंक के हेड केवी कामत उनके साथ फ्लाइट में थे। तब के कामत ने उनसे कहा की क्या उन्हें पता है कि सभी बोर्ड मेंबर्स यहां तक की केशव महिंद्रा का भी कहना था कि वह स्कॉर्पियो पर एक बड़ा दाव खेल रहे हैं।
आनंद महिंद्रा द्वारा इस प्रोजेक्ट पर काफी ज्यादा पैसे खर्च किए जा रहे थे और यदि यह प्रोजेक्ट सफल नहीं होता तो उन्हें फायर कर दिया जाता। तब आनंद महिंद्रा ने उन्हें उत्तर देते हुए कहा कि थैंक गॉड मुझे इस बात का पता नहीं था, नहीं तो वह इस प्रोजेक्ट को लेकर डर जाते।
इसके बाद उन्होंने अपने एक और किस्से को इस जवाब में जोड़ते हुए कहा कि मैंने एक पारसी सज्जन बाथेना से तैरना सीख है। वह स्विमिंग सिखाते समय मेरे सर को पानी में दबा देते थे। तब मैंने यह बात समझी कि यदि आपको तैरना सीखना है तो आपको पानी के भीतर गहराई में जाना होगा।
उनका ऐसा कहने के पीछे का कारण यह था कि कई बार हमारे पास विकल्प नहीं होते हैं। हमें उस समय कड़े निर्णय लेने होते हैं और उसके साथ आने वाली चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।