धीरे धीरे बाइक्स से हट रही ये जरूरी चीजें, खरीदने से पहले जानें इसके पीछे का कारण

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Saurav Kumar

Essential Accessories Remove from Bikes: जैसे-जैसे बाइक में तकनीकी बदलाव हो रहे हैं वैसे-वैसे बाइक्स में मिलने वाली चीजों को हटाया भी जा रहा है। लोग इन फीचर्स पर तो ध्यान देते हैं। लेकिन हटाई गई चीजों को कोई भी ध्यान से नहीं देखा है।

मौजूदा समय में जो बाइक्स देखी जा रही हैं उन बाइक्स में कार्बोरेटर की जगह फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम मिलता है। यह एक बड़ा कारण है कि अभी की बाइक्स काफी ज्यादा माइलेज देती है। वही स्पीड दिखाने वाले एनालॉग मीटर की जगह डिजिटल स्पीडोमीटर दिया जा रहा है।

वहीं अब के बाइक्स में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और जीपीएस जैसी सुविधाएं भी मिल रही है जो पहले सिर्फ कारों में मिलती थी। इसलिए कहा जा रहा है कि अब की बाइक्स काफी ज्यादा एडवांस हो चुकी है।

देखा जाए तो टू व्हीलर से काफी जरूरी चीजों को हटा दी गई है। कई चीजे गैर जरूरी थी तो कई चीजे इसलिए हटा दी गई क्योंकि कंपनी को पैसे बचाने थे। यह सभी फीचर्स को हटाने का सिलसिला महंगी बाइक से शुरू हुआ और अब बजट बाइक से भी इसे हटा दिया गया है। आज हम जानेंगे की बाइक में ऐसी कौन सी चीज मिलती थी जो अब नहीं दी जा रही है।

Bikes में नहीं मिल रही ये चीजें

बाइक की सबसे जरूरी चीज उसकी किक होती है क्योंकि इसी की के जरिए कोई भी बाइक स्टार्ट होती है। लेकिन अब कंपनियां धीरे-धीरे अपनी सभी मॉडल से इस सुविधा को हटा रही है। टीवीएस रेडर, बजाज पल्सर, यामाहा R15 जैसी कई ऐसी बाइक है जिसमें अब किक स्टार्ट नहीं मिलता है।

इन सभी बाइक्स में सिर्फ सेल्फ स्टार्ट का विकल्प ही मिलता है। लेकिन किक स्टार्ट भी काफी जरूरी है। हालांकि कंपनी ने की किस्त स्टार्ट देना बंद क्यों कर दिया इस पर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन इससे यह बात साफ है की कंपनी लागत को कम करने के लिए एक स्टार्ट नहीं दे रही है जो की बिल्कुल भी सही नहीं है।

किक स्टार्ट हटाने की ये भी वजह!

आजकल की बाइक में काफी ज्यादा फीचर्स दिए जाते हैं। यह सभी फीचर्स सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के जरिए संचालित होते हैं। इसके अलावा कंपनियों ने बाइक्स के फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम में भी बदलाव कर दिया है।

पहले पेट्रोल को इंजन में नोजल के जरिए इंजेक्ट किया जाता था। इसमें बिजली की कहीं भी जरूरत नहीं होती थी। लेकिन अब लगभग सभी बाइक्स में इलेक्ट्रॉनिक फ्यूल इंजेक्टर दिया गया है, जिसे चलाने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है और यह बिजली बैटरी से मिलता है।

यह सिस्टम इग्निशन ऑन होने पर ही काम करता है। यानी कि जब आप सेल्फ लेते हैं तो फ्यूल इंजेक्टर और इंजन दोनों ही स्टार्ट हो जाता है। अब जब सेल्फ लेने पर ही बाइक स्टार्ट होगी तो की के स्टार्ट की जरूरत ही खत्म हो गई है।

Saurav Kumar के बारे में
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Saurav Kumar राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर सौरभ कुमार साल 2022 से टाइम्सबुल से जुड़े है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत यहीं से की है और यहां ऑटोमोबाइल की खबरें लिखते है। अगर आपको खबर से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या हो तो timesbull@gmail.com पर संपर्क करें। Read More
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