शेयर बाजार के राजा होते हैं ये लोग, जानिए आपकी कुंडली में क्या है?

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Santy

अगर आप शेयर बाजार (Stock Market) में पैसा लगाते हैं तो अपनी कुंडली के बार जरूर दिखवा लें। चूंकि, इसमें पैसा डूबता भी है और बढ़ता भी है। कई बार तो लोगों को कंगाल भी बना देता है। ऐसे में एक बार आप अपना कुंडली जरूर दिखावा लें। ज्योतिष के अनुसार कुंडली के पांचवें भाव में मंगल ग्रह स्थित होने पर यह जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होता है। उनकी बुद्धि प्रखर होती है, यह उन्हें दूसरे लोगों से भिन्न बनाती है। कुंडली के पांचवें भाव में मंगल (Mars) होने से व्यक्ति को अकस्मात धन प्राप्ति की संभावना होती है।

मंगल बढ़ाता है साहस
कुंडली के पांचवें भाव में मंगल होना, उस व्यक्ति के जोखिम लेने तथा साहसिक कार्य करने के बारे में भी बताता है।ज्योतिष के अनुसार कुंडली के पांचवें भाव में मंगल ग्रह स्थित होने से व्यक्ति रचनात्मक कार्यों की ओर उन्मुख होता है। उसमें थोड़ी बहुत अहंकार की भावना एवं प्रतिभा में भी वृद्धि होती है। पांचवें भाव में मंगल जातक को समृद्धशाली बनाता है। यह योग जातक के 30 वर्ष की आयु से प्रारंभ होता है।

इस तरह चमक जाता भाग्य
कुंडली के पांचवें भाव में मंगल के साथ बृहस्पति मिलकर व्यक्ति के भाग्य को चमका देता है। पांचवें भाव में मंगल जातक को संघर्षशील बनाता है। ऐसे लोग स्वभाव से क्रोधी एवं आधिपत्य दर्शाने वाले हो सकते हैं। ऐसे लोग यदि सफलता का आसान रास्ता चुनते हैं, तो यह उनके लिए लाभप्रद सिद्ध नहीं होता है।मंगल ग्रह को एक क्रूर ग्रह भी माना गया है, इस कारण यह अपने जातकों के आपसी रिश्तों में उलझन और गलतफहमी पैदा करने वाला हो सकता है।

रचनात्मक होते ऐसे लोग
जिन जातकों की कुंडली के पांचवें भाव में मंगल ग्रह विद्यमान होता है, वैसे लोग सशक्त व्यक्तित्व के धनी होते हैं। ऐसे लोग आत्मविश्वास से परिपूर्ण होते हैं, जिससे वह और अधिक निर्भीक बनने के लिए प्रेरित होते हैं। ऐसे लोग बहुत रचनात्मक होते हैं। ऐसे लोग अपने लक्ष्य के प्रति महत्वाकांक्षा रखते हैं।

विवाह पर प्रभाव
कुंडली के पांचवें भाव में मंगल ग्रह की स्थिति यह बताती है, कि उसके जातक पारिवारिक संबंधों से दूर रहना पसंद करते हैं। वह अपने आप को बाहरी दुनिया में खोजना पसंद करते हैं। हालांकि मंगल का पांचवें भाव में होना एक भावनात्मक वैवाहिक जीवन को सफल बनाने में सहायक सिद्ध होता है।

मंगल का करियर पर प्रभाव
कुंडली के पांचवें भाव में मंगल स्थित होने से उसके जातक प्रतिष्ठित नौकरी पाते हैं। ऐसे लोग शेयर बाजार (Share Market) से भी बहुत अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। ऐसे लोगों का भाग्य बहुत बलवान होता है।

मंगल के उपाय
कुंडली के पांचवें भाव में मंगल ग्रह को मजबूत बनाने के लिए जातकों को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए। मंगलवार के दिन लाल अथवा पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए। प्रातःकाल सबसे पहले शहद का सेवन करना चाहिए।

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