Mombatti ke Totke : वास्तु शास्त्र में मोमबत्ती और कैंडल्स को भी विशेष महत्व दिया जाता है। इसे घर की ऊर्जा को शुद्ध करने और पॉजिटिव वातावरण बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। कुछ वास्तु नियमों के अनुसार, मोमबत्ती या कैंडल्स के स्थान, उच्चता, और रंग आदि का ध्यान रखा जाता है।अगर आप उस तरह से अपने घर में मोमबत्ती रखते है तो आपके जीवन में कभी परेशानी नहीं आएगी आइये जानते है उसके कुछ उपाय :
इस दिशा में रखें मोमबत्ती :
हरे रंग की कैंडल्स को उत्तर-पूर्वी कोने में रखने का सुझाव दिया जाता है, क्योंकि हरा रंग प्राकृतिक उर्जा और प्रगति को प्रतिष्ठित करने का प्रतीक माना जाता है। इसे सुझाए गए स्थान पर रखकर घर में पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में गुलाबी या पीले रंग की मोमबत्तियों का उपयोग अधिकांशतः परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और विश्वास को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इन रंगों का उपयोग घर में आपसी संबंधों को मधुर और सुखद बनाने के लिए किया जाता है।
दक्षिण दिशा में लाल रंग की मोमबत्तियों का प्रयोग घर के धन, धान्य, और सम्पत्ति में वृद्धि के लिए किया जाता है। इस रंग को आर्थिक वृद्दि के प्रतीक के रूप में माना जाता है और यह उत्साह, सम्मान, और समृद्धि की ऊर्जा को बढ़ाता है।
घर की पूर्व दिशा में नीले रंग के कैंडल्स को लगाना सुझाया जाता है, जिससे कि नेगेटिविटी को दूर रखा जा सके। नीले रंग को शांति और पोजिटिव ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा में हल्के पीले रंग की कैंडल्स का उपयोग स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस रंग को ऊर्जा और ताजगी का प्रतीक माना जाता है। यह रंग आपके घर के सदस्यों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित और स्थिर रखने की ऊर्जा प्रदान कर सकता है।
घर की पश्चिम दिशा में सफेद रंग की मोमबत्ती लगाने का सुझाव दिया जाता है। यह रंग शुद्धता, पवित्रता, और शांति का प्रतीक है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।