नई दिल्ली। दिवाली (Diwali 2023) को हिंदुओं में सबसे प्रमुख त्यौहार माना जाता है। दिवाली की रौनक अभी से ही मार्केट में देखने को मिल रही है। साल 2023 में दिवाली का त्यौहार 12 नवंबर (Kab Hai Diwali) को बड़े ही धूम – धाम के साथ मनाया जायेगा।
दिवाली (Diwali ke Upay) को दीपोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। दीपावली के मौके (Kab manaya jayega diwali) पर घर और कार्यस्थल पर दिए और कैंडल लगाएं जाते हैं। धनतेरस से ही दीपावली पर्व की शुरुआत हो जाती है, जो भाई दूज के बाद जाकर खत्म होती है।
धनतेरस (kab hai Dhanteras) के मौके पर लोग पीतल और सोने की खरीदारी करते हैं। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
ऐसी मान्यता है कि जो लोग धनतेरस पर गणेश-लक्ष्मी जी की मूर्तियों को खरीदते हैं और दिवाली के दिन पूजा करते हैं, तो उनके घर में पैसों की कभी कोई कमी नहीं होती है।
ऐसे लोगों पर माता लक्ष्मी का हमेशा कृपा बना रहता है। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो आईये आपको बताते हैं कि दिवाली के दौरान लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति को खरीदते समय हमें किन – किन बातों को ध्यान में रखने की जरुरत होती है।
श्रीगणेश जी की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान:-
ऐसी मान्यता है कि श्री लक्ष्मी गणेश की मूर्ति ( ganesh ji ki murti kaise kharide) कभी भी जुड़े हुए नहीं खरीदने चाहिए। पूजा घर में रखने के लिए लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति ऐसी लेनी चाहिए, जिनमें दोनों विग्रह अलग-अलग हों।
– श्री गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय हमेशा ध्यान रखें कि उनकी सूंड बाएं हाथ की तरफ साफ मुड़ी हुई होनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि दाईं तरफ मुड़ी हुई सूंड अच्छी नहीं मानी जाती है। ऐसी मूर्ति को घर में नहीं रखना चाहिए।
– मूर्ति खरीदते समय हमेशा ध्यान रखें कि हाथ में मोदक वाली ही मूर्ति खरीदें।
माता लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का खास ध्यान दें:-
– मां लक्ष्मी की ऐसी मूर्ति (lakshmi ji ki murti kaise kharide) कभी भी गलती से न खरीदें, जिसमें मां लक्ष्मी उल्लू पर विराजमान हों। ऐसी मान्तया है कि ऐसी मूर्ति काली लक्ष्मी का प्रतिक माना जाता है।
– लक्ष्मी माता की ऐसी मूर्ति खरीदें जिसमें वो कमल पर विराजमान हों। उनका हाथ वरमुद्रा में हो और धन की वर्षा होती हो।
– कभी भी लक्ष्मी मां की ऐसी मूर्ति ना खरीदें जिसमें माता खड़ी हो।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें