Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का महत्व माना जाता है, और यह माना गया है कि सही दिशा में स्थापित घर या रसोई घर, सकारात्मकता और ऊर्जा को बढ़ावा देता है। हमारे घर में रसोई को अन्नपूर्णा का मुख्य स्थान माना जाता है ऐसे में रसोई का मुख्य स्थान है क्योंकि वहां पर खाना बनाया जाता है और खाने की एनर्जी व्यक्ति के जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव डालती है, वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई में बर्तनों को सही तरीके से रखने का महत्व होता है, क्योंकि यह घर की सकारात्मकता और ऊर्जा को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में वास्तु के अनुसार किचन के लिए कई टिप्स बताये गए है जो इस प्रकार है :
तवा न रखें उल्टा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार तवे को कभी भी उलटा नहीं रखना चाहिए। इसमें कुछ वास्तु शास्त्रिय लोग मानते हैं कि तवे को उलटा रखने से आपके घर में वास्तु दोष हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि आर्थिक समस्याएँ और घर में तनाव। यही नहीं घर में क्लेश बने रहते है .
VIDEO: जब फन तान खड़ा हो गया 25 फिट का सांप, फिर हुआ ऐसा कि हर किसी के उड़े होश – Times Bull
सब्जी की कढाई लाएगी तबाही :
वास्तु के अनुसार सब्जी बनाने की कढाई ko कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए इससे घर में आर्थिक परेशानी के साथ शारीरिक परेशानी भी बनी रहती है और व्यापर में कभी भी मुनाफा नहीं होता है.
बर्तनों को साफ़ करके रखें :
तवे और कढ़ाई का इस्तेमाल करने के बाद इन्हें साफ करके रखना चाहिए। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि इन सबको स्वच्छ रखने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में मदद मिलती है और वास्तु दोष को दूर करने में सहायक हो सकती है।
Vivo लाया 12 हजार रुपये से कम कीमत में चकाचक स्मार्टफोन, कमाल के हैं फीचर्स – Times Bull
पश्चिम दिशा में रखें पीतल, तांबे, स्टील के बर्तन :
वास्तु शास्त्र के अनुसार पीतल, तांबे, स्टील, और कांस के बर्तनों को पश्चिम दिशा में रखने का सुझाव दिया जाता है क्योंकि पश्चिम दिशा को सूर्य की ऊर्जा और देवता चंद्रमा का स्थान माना गया है और यह दिशा सकारात्मकता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें