लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर (Fatehpur) में मंगलवार सुबह तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। हथगाम थाना क्षेत्र के ताहिरापुर चौराहे के पास बाइक सवार किसान नेता पप्पू सिंह (50), उनके बेटे अभय सिंह (22) और छोटे भाई रिंकू सिंह (40) की ट्रैक्टर सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने का आरोप पूर्व ग्राम प्रधान मुन्नू सिंह और उसके साथियों पर लगाया जा रहा है। मौके पर हथगाम, हुसैनगंज और सुल्तानपुर घोष थाने की पुलिस फोर्स पहुंच गई है।

वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं

किसान नेता पप्पू सिंह की मां रामदुलारी सिंह वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। मौके पर जमा भीड़ की मांग थी कि फरार हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया जाए, तभी वे शव उठाने देंगे। हथगाम थाने के अखरी गांव की महिला प्रधान रामदुलारी के 45 वर्षीय बड़े बेटे विनोद उर्फ पप्पू सिंह भाकियू टिकैत गुट के उपाध्यक्ष थे। वे सुबह बाइक से ताहिरापुर चौराहे पर गए थे। लौटते समय ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह के बेटे पीयूष सिंह से उनकी मुठभेड़ हो गई। रास्ते को लेकर विवाद शुरू हो गया। किसान नेता विनोद सिंह ने अपने बेटे अभय सिंह को बुला लिया। पीयूष ने भी अपने पूर्व प्रधान पिता आदि को बुला लिया और विनोद सिंह व उसके बेटे अभय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।

ढहाने की मांग की

चीख पुकार के बीच किसान नेता का छोटा भाई अनूप सिंह उर्फ पिंकू मौके पर पहुंचा, तब तक पीयूष सिंह के रिश्तेदार चार पहिया वाहन से पहुंचे और अनूप सिंह उर्फ पिंकू की गोली मारकर हत्या कर दी और भाग निकले। सनसनीखेज वारदात की खबर मिलते ही सीओ बृजमोहन राय, एसओ निकेत भारद्वाज व फोरेंसिक टीम पहुंच गई। तिहरे हत्याकांड के विरोध में परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी व मकान ढहाने की मांग की। जिस पर एसपी धवल जायसवाल ने ग्रामीणों व परिजनों को आश्वासन दिया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि परिजनों ने अभी तक पुलिस को लिखित तहरीर नहीं दी है।

छह लोग शामिल थे

सुबह नौ बजे से पौने दस बजे तक परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। उनकी मांग थी कि आरोपियों को गिरफ्तार कर पहले उनका मकान ढहाया जाए। हत्या में पांच से छह लोग शामिल थे, सभी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाए। भाकियू नेता विनोद उर्फ पप्पू सिंह की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। वह अपनी मां व इकलौते बेटे अभय सिंह के साथ रहते थे। भाकियू नेता व उनके बेटे की हत्या से उनके परिवार का चिराग बुझ गया है। मृतक की शोकाकुल मां रामदुलारी ने बताया कि प्रधान पद के चुनाव में पुरानी रंजिश के चलते हत्या की गई है।

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