नई दिल्ली: भारत के ओपनर युवा बल्लेबाज ईशान किशन Ishan Kishan ने तीसरे वनडे में ऐसी पारी खेली, जिस पारी को देखकर सभी लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई। ईशान किशन की पारी को देखकर क्रिकेट के प्रशंसक काफी खुश दिखे। ईशान किशन ने क्रिकेट में इतिहास बनाते हुए वनडे का सबसे तेज दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में हुए तीसरे वनडे मुकाबले में ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ मात्र 131 गेंदों में 210 रन जड़ दिए। अपनी पारी में ईशान किशन ने 24 चौके और 10 छक्के लगाए। अब ईशान किशन के कोच उत्तम मजूमदार ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। उत्तम मजूमदार ने बताया है कि इशान किशन के डेब्यू के समय भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनसे क्या बात की थी। आपको बताते हैं, पूरी खबर क्या है और ईशान किशन के कोच ने महेंद्र सिंह धोनी के बारे में क्या बताया है।
ईशान की प्रतिभा को पहचान गए थे धोनी
एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए ईशान किशन Ishan Kishan के कोच ने कहा कि, “ईशान के भारत में पदार्पण करने से पहले ही, मुझे पता है कि एमएस Dhoni उनसे कहते थे कि अगर उनके जैसा प्रतिभाशाली खिलाड़ी देश के लिए लंबे समय तक नहीं खेलता है, तो वह किसी और के साथ नहीं बल्कि खुद के साथ अन्याय करेंगे.”
“ईशान के बड़े भाई राज किशन भी बहुत टैलेंटेड क्रिकेटर थें, हालांकि उनके माता-पिता ने फैसला लिया कि एक लड़का स्पोर्ट्स में जाएगा, और दूसरा पढ़ाई करेगा। खिलाड़ी की शानदार पारी के बाद उनके कोच उत्तम मजूमदार काफी खुश दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने धोनी की उस बात का भी खुलासा किया, जो माही ने ईशान के डेब्यू के दौरान कही थी। उत्तम मजूमदार ने कहा की,राज बड़ा था, इसलिए उन्होंने बलिदान दिया और मेडिकल ड्रिगी चुना। “
ईशान के शुरुआती दिनों को किया याद
ईशान किशन के कोच ने ईशान किशन की ट्रेनिंग के शुरुआती दिनों को भी याद किया और कहा कि “जब पहले दिन ईशान प्रशिक्षण के लिए आया, वह इतना छोटा था, कि मैंने उसे अंडर आर्म बॉल खिलाई और वह बच्चा सही कवर ड्राइव खेला। जिस क्षण मैंने छह साल के बच्चे के कुछ कवर ड्राइव देखे, मैंने प्रणव जी से कहा, आपका बेटा खास है और अगर वह भारत के लिए नहीं खेलता है तो वह दुर्भाग्यशाली होगा।”
नेट्स में ईशान करते है बहुत मेहनत
ईशान किशन के बारे में बताते हुए कोच मजूमदार ने कहा कि इशान किशन नेट में काफी मेहनत करते हैं और 500 से 600 गेंद लगातार बल्लेबाजी करते हैं। न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कोच ने कहा कि “आपने उन 10 छक्कों को देखा और आपने महसूस किया होगा कि इतने छोटे फ्रेम के बावजूद वह किस तरह की ताकत पैदा करते हैं. यह रातोंरात नहीं हुआ है. ऐसे महीनों के प्रशिक्षण होंगे, जब वह दो सत्रों में बल्लेबाजी करते थे और प्रतिदिन कम से कम 500 से 600 गेंदें नेट पर खेलते थे। उनमें से कम से कम 200 गेंदें डेडिकेटेड पावर-हिटिंग के बारे में थीं। मैं हमेशा उनसे कहता हूं कि जो बीत गया वह इतिहास है। मेरे लिए अतीत कभी मायने नहीं रखता और मैं हमेशा ईशान से यही कहता हूं।”
ईशान किशन Ishan Kishan की बेहतरीन पारी उनके आने वाले क्रिकेट करियर के लिए एक काफी जरूरी पारी साबित हो सकती है।अगले साल भारत को विश्व कप खेलना है और ऐसे में भारत को युवा बल्लेबाजों की आवश्यकता है ईशान किशन का सिलेक्शन अगले साल होने वाले विश्व कप टीम में हो सकता है।