Saturn in third house : रातों-रात बदल जाती है किस्मत, आपकी कुंडली क्या कहती है

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Santy

आपने कई ऐसे लोगों को देखा और सुना होगा कि उसकी किस्मत रातों-रात बदल गई। दरअसल, शनि ऐसे ग्रह हैं, जिसका नाम सुनते ही लोग भयभीत हो जाते हैं। माना जाता है कि शनि बुरे फल या कष्ट ही देते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। शनि (Saturn) अच्छे और सकारात्मक फल भी देते हैं। किसी व्यक्ति की कुंडली में अगर शनि की अच्छी दशा में हों, तो वह उस व्यक्ति को सफलता की ऊंचाई पर पहुंचा देते हैं। ऐसे लोगों की किस्मत रातों-रात बदल जाती है। कुंडली के तीसरे भाव में शनि (Saturn in third house) का होना बहुत ही अच्छा माना जाता है। कुंडली में शनि की यह स्थिति किसी भी व्यक्ति को संघर्षशील स्वभाव प्रदान करता है। ऐसे लोगों को शनि जिम्मेदार भी बनाता है।

करियर में मिलती है ऊंचाई

जातकों की कुंडली के तीसरे भाव में शनि करियर में सफलता देने में काफी सहायक होते हैं। ऐसे लोग इंजीनियरिंग या टेलीकॉम क्षेत्र में जा सकते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। इन्हें रहस्यमयी चीजों के विषय में जानना काफी दिलचस्प लगता है। कुंडली के तीसरे भाव में शनि के प्रभाव से जातक का स्वभाव उदार हो जाता है। तीसरे भाव में शनि जातक को न्यायप्रिय और बुद्धिमान भी बनाते हैं। वहीं, तीसरे भाव में शनि अगर नीच स्थान पर हों, तो वे जातक के रिश्तों को बिगाड़ सकते हैं। ऐसा व्यक्ति कुशाग्र बुद्धि वाला तो होता है, लेकिन लोभी नहीं होता। कई बार वह आलसी भी हो सकता है। ऐसे लोग हमेशा अशांति एवं संशय की स्थिति में रहते हैं।

वैवाहिक जीवन में हो सकती है समस्याएं

कुंडली के तीसरे भाव में शनि होने पर जातक का वैवाहिक जीवन समस्याओं से घिरा हुआ होता है। ऐसे लोगों की अपने जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है, लेकिन यदि शनि का शुभ हों, तो जातक को समर्पित और सच्चा जीवनसाथी मिलता है।

शनि के बुरे प्रभाव से बचने के उपाय

कुंडली के तीसरे भाव में स्थित शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए जातक को चावल और अनाज का दान करना चाहिए। शनिवार को शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करनी चाहिए और मांसाहारी भोजन एवं मदिरा से परहेज करना चाहिए।

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