मुंबई: महाराष्ट्र में औरंगजेब (Aurangzeb) की कब्र को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रहा विवाद हिंसक रूप ले चुका है। सोमवार को नागपुर में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के बाद इलाके में पथराव, आगजनी और वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस बीच अब मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के विधायक चिंतामणि मालवीय ने औरंगजेब की कब्र को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘कब्र इस्लाम का मूल सिद्धांत नहीं है।’
लगातार विवाद चल रहा
बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा, “पैगंबर मोहम्मद समेत किसी की भी कब्र नहीं है। यहां आपको अरब में भी कब्रें नहीं मिलेंगी। यहां स्थायी कब्र बनाने का एकमात्र उद्देश्य जमीन पर कब्जा करना है। यहां केवल जमीन पर कब्जा करना है। मुसलमान कभी कब्र पर विश्वास नहीं करते। यह मुस्लिम धर्म में नहीं है और अगर हिंदू इसे नहीं मानते हैं, तो इसे हटा दिया जाना चाहिए। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ की थी। हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांग ली, लेकिन उसके बाद से औरंगजेब की मजार को लेकर राज्य में लगातार विवाद चल रहा है, जिसने अब नागपुर में हिंसक रूप ले लिया है।
पहचान के दस्तावेज मांगे हैं
इसके साथ ही औरंगजेब की मजार को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है। कई नेताओं ने कहा है कि औरंगजेब की मजार को तोड़ देना चाहिए। महाराष्ट्र की धरती पर इसके लिए कोई जगह नहीं है। दक्षिणपंथी समूहों द्वारा इसे हटाने की धमकियों के बीच महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में मुगल बादशाह औरंगजेब की मजार के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने आगंतुकों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है और पर्यटकों से पहचान के दस्तावेज मांगे हैं। विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा मजार को हटाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद पुलिस ने खुल्ताबाद शहर के प्रवेश द्वार से लेकर समाधि स्थल तक के मार्ग पर कई सुरक्षा चौकियां स्थापित की हैं।
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